Ranchi : झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि झारखंड आंदोलनकारियों के गांव को मॉडल विलेज बनाने के विषय को प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया है और यह आंदोलनकारियों के लंबे संघर्ष, त्याग और बलिदान का परिणाम है.
आंदोलनकारियों के कारण ही आज हम सत्ता में हैं
पुष्कर महतो ने अपने पत्र में यह भी कहा कि राज्य सरकार को युद्ध स्तर पर झारखंड आंदोलनकारियों के गांवों की पहचान करनी चाहिए और विशेष रूप से उन गांवों को मॉडल विलेज के रूप में विकसित करना चाहिए, जो झारखंड आंदोलन के अमर पुरोधाओं के गांव हैं. उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि राज्य सरकार अगले 5 वर्षों में दुनिया के सामने इस दिशा में एक उदाहरण प्रस्तुत करें. महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों ने समृद्ध और खुशहाल झारखंड के लिए संघर्ष किया, अलग पहचान के लिए शहादत दी और इसके परिणामस्वरूप हमें एक नई पहचान मिली. अतः उन आंदोलनकारियों की पवित्र भूमि को वीर भूमि के रूप में सम्मानित किया जाए और प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारी को राजकीय मान-सम्मान दिया जाए. साथ ही उनके आश्रितों के लिए रोज़ी-रोज़गार और नियोजन सुनिश्चित किया जाए.पुष्कर महतो ने विशेष रूप से झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के गांव से मॉडल विलेज के सपने को साकार करने की अपील की.
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