: अरशद मदनी ने कहा, Uniform Civil Code सहन नहीं करेंगे, हम क्यों जायें पाकिस्तान…
पुतिन ने अस्वस्थ्य रहने के दौरान अपने हमशक्लों का इस्तेमाल किया है
सूत्र ने डेलीस्टार को बताया, पुतिन बेहद बीमार हैं और अगर उनकी मौत हो जाती है तो इस खबर को कई सप्ताह या कई माह तक गुप्त रखा जायेगा. इसकी भी संभावना है कि वह पहले ही मर चुके हैं. लेकिन इसका पता लगाना असंभव है. माना जा रहा है कि पुतिन ने अस्वस्थ्य रहने के दौरान अपने हमशक्लों का इस्तेमाल किया है. अब क्रेमलिन भी यही कर रहा है. सूत्र की मानें तो पुतिन वरिष्ठ अधिकारियों के एक छोटे से ग्रुप के प्रमुख हैं. यह उनके प्रति पूरी तरह वफदार है. इसे भी पढ़ें : नेपाल">https://lagatar.in/nepal-tara-air-passenger-plane-missing-22-people-including-four-indians-crew-members-were-on-board/">नेपाल: तारा एयर का यात्री विमान लापता, चार भारतीय, क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे
रूस में तख्तापलट हो सकता है
सूत्र के हवाले से खबर में कहा गया है कि उनके करीबियों को इस बात का डर सता रहा है कि पुतिन की मौत की खबर बाहर आते ही रूस में तख्तापलट हो सकता है. रूसी जर्नल यूक्रेन से सेना को वापस बुला लेंगे. पुतिन की मौत उन्हें कमजोर और सत्ता से बेदखल कर देगी. इसलिए उनकी भलाई इसी में है कि वे पुतिन को जिंदा कहें. दो सप्ताह पहले एक रूसी अरबपति व्यवसायी और क्रेमलिन के करीबी ने दावा किया था कि पुतिन ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं और बेहद बीमार हैं. इतना ही नहीं बल्कि यूक्रेन हमले से पहले उनकी सर्जरी हो चुकी है.मॉस्को में प्रभावी रूप से कोई स्पष्ट राजनीतिक नेतृत्व मौजूद नहीं है
एमआई6 के एक एजेंट का कहना है कि पुतिन के गिरते स्वास्थ्य के कारण उनकी सत्ता पर से पकड़ छूट रही है. ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी के पूर्व जासूस क्रिस्टोफर स्टील का दावा है कि गिरते स्वास्थ्य के कारण पुतिन की सत्ता पर से पकड़ छूट रही है. वह क्रेमलिन को अव्यवस्था और अराजकता में झोंक रहे हैं. रूस में एमआई6 के एजेंट स्टील ने दावा किया कि पुतिन को इलाज के लिए लगातार ब्रेक लेने पड़ते हैं. मॉस्को में प्रभावी रूप से कोई स्पष्ट राजनीतिक नेतृत्व मौजूद नहीं है. इसे भी पढ़ें : AIMIM">https://lagatar.in/aimim-chief-owaisi-lashed-out-at-bjp-rss-said-india-belongs-to-adivasis-and-dravidians-neither-mine-nor-modi-nor-shah/">AIMIMचीफ ओवैसी भाजपा-आरएसएस पर बरसे, कहा, भारत आदिवासियों और द्रविड़ों का है, न मेरा है, न तो मोदी का है और न ही शाह का [wpse_comments_template]