बिरसा मुंडा की जीवनी से सीख लेने की आवश्यकता
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि बसंती उरांव ने कहा कि बिरसा मुंडा के पथ पर चल कर ही समाज एवं राष्ट्र का विकास किया जा सकता है. धरती आबा बिरसा मुंडा ने सर्वप्रथम जनजातीय समुदाय में फैले अंधविश्वास, कुरितियां, नशा-पान के विरोध उलगुलान किया. सभा को संबोधित करते हुए आदिकुड़ख सरना समाज पलामू के जिला संयोजक श्याम लाल उरांव ने कहा कि हम सबों को बिरसा मुंडा की जीवनी से सीख लेने की आवश्यकता है. समारोह में भोला उरांव, धीरन भगत, लखन उरांव, रविन्द्र, सत्य नारायण उरांव, दया उरांव, संजित उरांव, सरिता उरांव, अंजू उरांव, सोनवा उरांव, मंजू उरांव, कुलदीप उरांव, छत्तीसगढ़ के छोटू उरांव आदि सम्मिलित थे. इसे भी पढें - धरती">https://lagatar.in/the-cm-handed-over-the-land-endowment-lease-to-the-descendants-of-dharti-aba-said-the-person-among-the-tribal-society-is-involved-in-the-development-of-the-state/">धरतीआबा के वंशज को CM ने सौंपा भूमि बंदोबस्ती पट्टा, कहा,’आदिवासी समाज के बीच का व्यक्ति राज्य के विकास में है जुटा’ [wpse_comments_template]

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