Lagatar desk : मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024’ का खिताब जीतने वालीं रेचल गुप्ता इन दिनों सुर्खियों में हैं. उन्होंने एक भावुक वीडियो शेयर कर इवेंट के आयोजकों पर मानसिक उत्पीड़न, अपमानजनक व्यवहार और अव्यवस्था जैसे गंभीर आरोप लगाए, साथ ही अपना खिताब लौटाने का फैसला किया .
हाल ही में रेजल ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमे उनेहोंने आयोजकों पर मानसिक उत्पीड़न, अपमानजनक व्यवहार और कामकाज के लिए टॉक्सिक माहौल जैसे गंभीर आरोप लगाए.
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रोते हुए रेचल ने कहा कि उन्हें बार-बार शारीरिक रूप से नीचा दिखाया गया, उनके शरीर के माप को लेकर टिप्पणियां की गईं और उन्हें लगातार चुप रहने के लिए दबाव डाला गया.
ताज पहनाया, लेकिन सम्मान नहीं मिला- रेचल : 56 मिनट लंबे वीडियो में रेचल ने खुलासा किया कि खिताब जीतने के बाद उन्हें सम्मान और सहयोग के बजाय चुप्पी, आलोचना और उपेक्षा का सामना करना पड़ा.
रेचल ने कहा, यह ताज सिर्फ एक मुकुट नहीं है, यह एक ज़िम्मेदारी भी है. लेकिन जब वही मंच महिलाओं को उनके शरीर के माप से परिभाषित करने लगे, तो यह गौरव नहीं, एक बोझ बन जाता है.
रेचल ने कहा कि उन्हें कई बार शारीरिक रूप से इंगित कर बताया गया कि उनके शरीर के किन हिस्सों से वजन घटाना चाहिए. एक प्रतिनिधि ने मुझे अलग-अलग जगह छूकर बताया कि तुम्हें यहां से पतला होना चाहिए. यह अनुभव न केवल असहज था, बल्कि अपमानजनक भी.
महज एक शो नहीं, एक व्यापार है ये मंच : रेचल ने दावा किया कि मंच पर सफलता सिर्फ योग्यता से नहीं, बल्कि पैसे और प्रचार से जुड़ी होती है. उन्होंने बताया कि जीतने के लिए वोटिंग प्रक्रिया में भारी डोनेशन की मांग की जाती है, जो उन्होंने नहीं दी, इसके बावजूद, पब्लिक सपोर्ट की बदौलत उन्होंने खिताब हासिल किया.
उन्होंने कहा, यह संगठन महिलाओं को सशक्त बनाने की बात करता है, लेकिन उनके व्यवहार में सशक्तिकरण की झलक नहीं मिलती. उन्हें सिर्फ ग्लैमर और मुनाफे से मतलब है, न कि प्रतिभा या आत्मसम्मान से.
रेचल गुप्ता को पिछले साल 25 अक्टूबर को मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024 का ताज पहनाया गया था. वह यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. इस ऐतिहासिक जीत ने उन्हें ग्रैंड पेजेंट्स चॉइस अवॉर्ड भी दिलाया, जिससे वह मिस यूनिवर्स 2000, लारा दत्ता के साथ वैश्विक मंच पर सबसे सुशोभित भारतीय सौंदर्य रानियों में से एक बन गईं.