New Delhi : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और रणनीति बनाने के लिए आज गुरुवार को पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. बता दें कि इस बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है.
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मुख्यमंत्री गहलोत जयपुर से बैठक में ऑनलाइन जुड़े
बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य नेता शामिल थे. खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट लगने के कारण जयपुर से इस बैठक में ऑनलाइन जुड़े. बैठक से एक दिन पहले, मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को कहा था कि राजस्थान सरकार भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामलों में सजा को मौजूदा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक विधेयक लायेगी.
पायलट ने प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थीं
पायलट ने अपनी जन संघर्ष यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी. पिछले महीने कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा. [wpse_comments_template]
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