मीडिया पर कंट्रोल कर नरेटिव सेट कर लिया
राहुल ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने संस्थाओं के ढांचे पर पूरी तरह से नियत्रंण कर लिया है. इस कारण इस सरकार में फीडबैक को कोई सिस्टम नहीं है. उनका कहना था कि सरकार को लगता है कि मीडिया पर कंट्रोल कर नरेटिव सेट कर लिया, उसके बाद किसी फीडबैक या चीज की जरूरत ही नहीं होगी.उन्होंने इस बिंदु पर मौजूदा सरकार की तुलना यूपीए सरकार से करते हुए कहा कि हमारे समय में बाकायदा एक फीडबैक सिस्टम था.हम लगातार फीडबैक लेते थे.फीडबैक का ही नजीता होता था कि यह एक दबाव की तरह काम करता था.लेकिन अब फीडबैक की व्यवस्था पूरी तरह से बंद हो चुकी है.बीजेपी से लोगों का हो रहा मोह भंग
राहुल ने कहा कि आज बीजेपी जिस तरह से काम कर रही है, उससे लोगों का धीरे-धीरे मोहभंग हो रहा है. ऐसे में हमारे लिए जबरदस्त संभावनाएं हैं. इसके लिए हमें खुद को दोबारा से परिभाषित व तैयार करना होगा. कोविड को लेकर कहा कि भारत का नेतृत्व सत्ता के केंद्रीकरण और लोकतंत्र के ढांचे पर अपना पूरी तरह से नियंत्रण करके सरकार चलाता है. उसकी यह सोच हर जगह दिखाई देती है, फिर चाहे लॉकडाउन हो या किसानों का आंदोलन.लॉकडाउन पर उठाये सवाल
राहुल के अनुसार दुनिया के किसी भी देश में इतना कड़ा लॉकडाउन बिना किसी से पूछे, सोचे विचारे या सलाह मशिवरे के हुआ होगा, जैसा कि भारत जैसे विशाल व जटिल देश में लगा.राहुल ने इसे तकनीक व देश के लोकतांत्रिक ढांचे का दुरुपयोग करार दिया. कहा कि जब लॉकडाउन लगा तो हम लगातार कहते रहे कि इस मामले में आप सत्ता का केंद्रीकरण मत कीजिए, सत्ता का विकेंद्रीकरण कीजिए.राज्यों को अपने हिसाब से हालात को देखते हुए फैसले लेने दीजिए.लेकिन तब नहीं सुनी गयी. सरकार को इस बात को समझने में महीनों लगे, लेकिन तब तक अच्छाखासा नुकसान हो चुका था.हमारी जमीन पर घुस गया
राहुल गांधी कहा कि चीन हमारी जमीन पर घुस कर बैठा है. अगर वह ऐसा कर पाया है तो इसके पीछे वजह है वह एक कमजोर भारत और अंदर से विभाजित भारत को देख रहा है. चीन ने भारतीय नेतृत्व की कमजोरी को भांप लिया है. राहुल गांधी के अनुसार वे इस बात से पूरी तरह से सहमत हैं कि एक मजबूत भारत को अपनी स्पष्ट रणनीति के बल पर चीन के आक्रमण का मुकाबला करने में कोई समस्या नहीं आयेगी.अमेरिका क्यों चुप है?
राहुल गांधी ने बर्न्स के साथ बातचीत में कहा कि इन सबके बीच अमेरिकी सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आयी है. अगर भारत और अमेरिका के बीच लोकतांत्रिक साझेदारी है तो फिर अमेरिका भारत में घटित हो रही इन घटनाओं पर क्यों नहीं बोलता. मेरा मतलब है कि भारत में जो कुछ हो रहा है उस पर आप (बर्न्स) का क्या विचार है? मैं मूल रूप से मानता हूं कि अमेरिका एक गहन विचार है. अमेरिका के संविधान में स्वतंत्रता का विचार जिस तरह से निहित है वह एक बहुत शक्तिशाली विचार है लेकिन आपको इस विचार की रक्षा करनी होगी. यह मुख्स मसला है. https://english.lagatar.in/thousands-of-acres-of-ryoti-land-added-to-raghuvar-raj-even-changed-the-law-for-industrialists/44709/https://english.lagatar.in/mamta-banerjee-said-i-will-definitely-win-from-nandigram-amit-shah-said-didi-is-losing-in-nandigram/44688/

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