New Delhi : खबर है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज17 अगस्त को लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे. वहां राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के अनुसार अगले माह कारगिल हिल काउंसिल के चुनाव होने वाले हैं. इस संबंध में राहुल चर्चा करेंगे. जान लें कि कांग्रेस यह चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर लड़ेगी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi leaves from his residence in Delhi.
He is likely to visit Leh, Ladakh today. pic.twitter.com/XXBdy6ylDm
— ANI (@ANI) August 17, 2023
#WATCH | On Nehru Memorial Museum and Library renamed as Prime Minister’s Museum and Library, Congress leader Rahul Gandhi says “Nehru Ji is known for the work he did and not just his name”
(Nehru Ji ki pehchaan unke karam hai, unka naam nahi) pic.twitter.com/X2otaLJiPa
— ANI (@ANI) August 17, 2023
राहुल गांधी दो बार जम्मू और श्रीनगर जा चुके हैं
हालांकि राहुल गांधी के दौरे से जुड़ी कोई अन्य जानकारी मीडिया से साझा नहीं की गयी है. इससे पूर्व राहुल गांधी दो बार जम्मू और श्रीनगर जा चुके हैं. उस समय राहुल गांधी लद्दाख नहीं जा पाये थे. राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जनवरी में यहां का दौरा कर चुके हैं.
राहुल गांधी का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है कि है. अगले साल लोकसभा चुनाव हैं. इससे पहले कारगिल हिल काउंसिल के चुनाव होंगे. कहा गया है कि यह चुनाव कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर लड़ेगे.
सितंबर में यूरोप जायेंगे राहुल गांधी
एक खबर और आ रही है कि लद्दाख दौरे के बाद सिंतबर के दूसरे सप्ताह में राहुल गांधी यूरोप की यात्रा पर जा सकते हैं. वे बेल्जियम, नार्वे और फ्रांस का दौरा करेंगे. इस क्रम में राहुल गांधी यूरोपियन यूनियन के सांसदों, भारतीय समुदाय के सदस्यों और वहां की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों से चर्चा करेंगे.
नेहरू मेमोरियल को लेकर राहुल गांधी का बयान सामने आया
एक खबर और है कि नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर शुरू हुई सियासत के बीच इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान सामने आया है. राहुल गांधी ने कहा है कि नेहरूजी की पहचान उनके नाम से नहीं, बल्कि उनके कर्म (काम) के कारण है.
इसी क्रम में कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी ने सरकार को घेरा है. आरोप लगाया कि यह नाम (नेहरू मेमोरियल) इसलिए नहीं बदला गया है कि दूसरे प्रधानमंत्रियों का काम दिखाना चाहते हैं, बल्कि नेहरूजी का नाम दबाना मकसद है.