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बिहार में बोले राहुल गांधी, सरकार असली जातिगत जनगणना नहीं करायेगी, पीएम मोदी को सरेंडर करने की आदत

 Patna : कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज शुक्रवार को बिहार पहुंचे.  राहुल गांधी दिन के लगभग 11.30 बजे गया एयरपोर्ट पहुंचे. यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. गयाजी से वे राजगीर के लिए रवाना हो गये. उनके पीछे लंबा काफिला था.  राहुल गांधी ने गहलोर में माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ सहित उनके परिजनो से मुलाकात की.

 

 

 

यहां से राहुल गांधी राजगीर पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस के संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित किया. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार कभी भी असली जातिगत जनगणना नहीं करवायेगी, क्योंकि जिस दिन इन्होंने असली जातिगत जनगणना कर ली, उस दिन इनकी राजनीति खत्म हो जायेगी.  राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी हर भाषण में कहते थे,  मैं OBC हूं फिर जातिगत जनगणना पर कहते हैं कि हिंदुस्तान में तो जाति ही नहीं है, अगर हिंदुस्तान में जाति नहीं है, तो नरेंद्र मोदी कैसे OBC हो गये.  

 

राहुल गांधी ने कहा कि मैंने लोकसभा में नरेंद्र मोदी के सामने आंख से आंख मिलाकर कहा था. जातिगत जनगणना होगी और आपको तो पता है, उनको सरेंडर करने की आदत है. डोनाल्ड ट्रंप ने 11 बार कहा है, मैंने नरेंद्र मोदी को सरेंडर करवा दिया. लेकिन नरेंद्र मोदी कुछ बोल ही नहीं पा रहे हैं, ये तक नहीं कह पा रहे कि ट्रंप ने झूठ कहा है. क्योंकि यही सच्चाई है.

 

राहुल ने कहा कि जातिगत जनगणना के दो मॉडल हैं.  एक भाजपा वाला मॉडल, दूसरा तेलंगाना का मॉडल.  भाजपा के मॉडल में बंद कमरे में अफसरों ने सवाल तय किये, जिनमें 90फीसदी  का कोई नहीं था. जातिगत जनगणना में सबसे जरूरी यह है कि कौन से सवाल पूछे जा रहे हैं,  

 

कांग्नेस सासंद ने  कहा कि देश की 90 फीसदी आबादी दर्द में है, दुख के सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं  हमें पता लगाना है, कि देश में किसी कितनी भागीदारी है? देश में पिछड़ों, अति पिछड़ों और दलितों की आबादी 90% है, लेकिन उनका कंट्रोल 5 फीसदी भी नहीं है. राहुल ने कहा कि किसी भी मल्टीनेशनल कंपनी में एक भी दलित और अति पिछड़ा सीईओ का नाम बताओ.

 

राहुल गांधी ने कहा कि 500 सबसे बड़ी कंपनियां हैं, लाखों-करोड़ रुपए उनका माफ होता है, इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स उन्हें मिलते हैं. उनमें से एक भी दलित, OBC, आदिवासी का नाम नहीं मिलेगा, पहले सरकारी अस्पताल होते थे, अब प्राइवेट अस्पताल हैं,  पहले सरकार आपका इलाज करवाती थी, अब आपको लाखों रुपए देने पड़ते हैं.  प्राइवेट अस्पतालों को सरकार आपकी जमीन देती है. प्राइवेट अस्पतालों के मालिकों की लिस्ट निकालो, एक आदिवासी, पिछड़ा, अति पिछड़ा का नाम नहीं मिलेगा. 

 

 शिक्षा के सिस्टम में सारे के सारे स्कूल-कॉलेज प्राइवेटाइज हैं, उनके मालिकों की लिस्ट निकालो तो 90% में से कोई नहीं मिलेगा।. ज्यूडिशरी और ब्यूरोक्रेसी में रिजर्वेशन है, लेकिन आपके लोग पीछे बंद कमरों में बैठे रहते हैं. जहां बजट की बात आती है, वहां 90% के लोग नहीं दिखते.  बजट 11 अफसरों ने बनाया, उनमें 90% का कोई नहीं था, बड़े-बड़े मंत्रालयों में 90 में से 3 सेक्रेटरी पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग के छोटे-छोटे विभागों में हैं.   

 

राहुल गांधी ने कहा,  हमने तेलंगाना में जनता से खुले तौर पर सवाल पूछे.  हमने दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और उनके एसोसिएशन से कहा कि हम जातिगत जनगणना करवाने जा रहे हैं. आप कैसे सवाल चाहते हैं?  हमें हर वर्ग के लोगों ने अलग तरह के सवाल दिये. तीन लाख लोगों ने खुली बैठकों में जातिगत जनगणना के सवाल तैयार किये गये हैं. 

 

राहुल गांधी संविधान सुरक्षा सम्मेलन के बाद अति पिछड़ा वर्ग के लोगों एवं छात्रों से भी संवाद करेंगे.  खबर है कि बोधगया में महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध के दर्शन करने भी जायेंगे.

 

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