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रैली में बोले राहुल गांधी, सुन लो हम दो हमारे दो, असम में CAA लागू नहीं होगा, इशारा किधर

 Guwahati  : राहुल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस हर रोज देश को बांटने का काम कर रहे हैं. असम बंट गया तो किसी को नुकसान नहीं होगा, असम को नुकसान होगा और असम के नुकसान से पूरे देश को नुकसान होगा. आज असम पहुंचे राहुल ने यहां एक रैली में पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया. यहां उन्होंने विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड से रैली को संबोधित किया. इस क्रम में राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की तारीफ करते हुए भाजपा पर निशाना साधा. इसे भी पढ़ें :पीएम">https://lagatar.in/pm-modi-handed-over-arjun-tank-mark-1a-to-army-paid-tribute-to-the-martyrs-of-pulwama/27170/">पीएम

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असम को तोड़कर ही वह यहां से चोरी कर सकते हैं.

राहुल गांधी ने यहां CAA को लेकर भी भाजपा को निशाने पर लिया. कहा कि चाहे कुछ भी हो जाये  CAA  लागू नहीं होगा. उन्होंने शरीर पर पड़ा CAA लिखा और उस पर क्रॉस लगा गमछा दिखाया.  कहा कि हम दो हमारे दो कान खोलकर सुन लो कि सीएए(CAA) नहीं होगा. राहुल गांधी ने 100-50 रुपये के नोट और कुछ सिक्के दिखाते हुए कहा कि वह इससे बतायेंगे कि भाजपा देश में सीएए इसलिए लाना चाहती है, उन्होंने कहा कि असम के मजदूरों को 167 रुपये मिलते हैं और गुजरात के कारोबारियों को टी गार्डन देते हैं. मोदी जानते हैं कि असम को तोड़कर ही वह यहां से चोरी कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर">https://lagatar.in/former-jammu-and-kashmir-cm-omar-abdullah-tweeted-put-us-under-house-arrest-this-is-the-new-kashmir/27155/">जम्मू-कश्मीर

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देश को चला रहे सिर्फ चार लोग

राहुल ने कहा,  हम दो, हमारे दो.. बाकी सब मर लो...असम से सबकुछ लो... देश को सिर्फ चार लोग चला रहे हैं. सब कुछ बोले बजट में लेकिन किसानों को कुछ नहीं दिया. असम में जाओ, बांटों और जो है वह ले लो... बस इतना ही. जो आपका है वह यह चाहते हैं. वह जानते हैं कि असम में आग लगा दी तो जा चाहें वह ले सकते हैं.

कांग्रेस ने हिंसा खत्म करने का काम किया

कांग्रेस सांसद ने कहा कि बाहर से आने वालों के लिए छोटा प्रदेश है. अलग धर्म, अलग जाति अलग भाषाएं... जब मैं आता था तब हर यात्रा पर तरुण गोगोई असम के बारे में ज्ञान देते थे. जो जानकारी थी वह तरुण गोगोई बढ़ाते थे. हर बार होकर जाता तो सीखकर जाता था.   यहां हिंसा का समय था.मुझे बताया कि पब्लिक मीटिंग में जाते थे, पता नहीं होता था कि वापस आयेंगे. मतलब यह नहीं पता था कि जिंदा रहेंगे कि नहीं. लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जोखिम लेकर पब्लिक मीटिंग में जाते थे. टीम में बड़े नेता थे जो असम को जोड़ने के काम करते थे. हिंसा खत्म करने का काम किया. इसे भी पढ़ें : पूर्व">https://lagatar.in/former-cji-said-courts-are-out-of-the-reach-of-common-man-powerful-people-are-trying-to-tarnish-the-image-of-judges/27131/">पूर्व

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