लिखा कि सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों को क्रोनी के हाथों में बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता होगा. राहुल गांधी ने कहा कि बैंककर्मियों की हड़ताल में मैं उनके साथ खड़ा हूं. बता दें कि आज बैंककर्मियों की हड़ताल का दूसरा दिन है. इसे भी पढ़ें : पश्चिम">https://lagatar.in/west-bengal-swapan-dasgupta-may-get-bjp-ticket-expensive-tmc-asked-to-quit-rajya-sabha-membership/38072/">पश्चिमGOI is privatising profit & nationalising loss.
Selling PSBs to Modicronies gravely compromises India’s financial security. I stand in solidarity with the striking bank employees.#BankStrike">https://twitter.com/hashtag/BankStrike?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#BankStrike
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March">https://twitter.com/RahulGandhi/status/1371673234106544137?ref_src=twsrc%5Etfw">March
16, 2021
बंगाल : स्वपन दासगुप्ता को भाजपा का टिकट पड़ सकता है महंगा, टीएमसी ने राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने को कहा
बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के विरोध में कांग्रेस
इससे पहले भी कांग्रेस सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन किया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार बैंकों को बेचकर डिसइंवेस्टमेंट से जुड़े टारगेट को हासिल करना चाहती है. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचने की बजाय में उनमें अधिक जवाबदेही सुनिश्चित करने की जरूरत है. इसे भी पढ़ें : सरकारी">https://lagatar.in/second-day-of-nationwide-strike-of-state-run-banks-workers-sitting-on-strike-against-privatization/38051/">सरकारीबैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का दूसरा दिन, निजीकरण के खिलाफ धरने पर बैठे कर्मी
डिपॉजिट, चेक क्लियरिंग और कारोबारी लेनदेन प्रभावित
बता दें कि पब्लिक सेक्टर के दो और बैंकों के प्राइवेट किये जाने के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल के पहले दिन बैंकिंग कामकाज खासा प्रभावित रहा. हड़ताल के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कैश विडॉल, डिपॉजिट, चेक क्लियरिंग और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ. जान लें कि 9 यूनियनों के संगठन UFBU ने 15 और 16 मार्च को हड़ताल का आह्वान किया था. इसे भी पढ़ें : पांच">https://lagatar.in/indias-imports-of-weapons-reduced-by-33-percent-in-five-years-indias-target-of-1-75-lakh-crore-defense-business-by-2025/38029/">पांचसाल में 33 फीसदी कम हुआ हथियारों का आयात, भारत का 2025 तक 1.75 लाख करोड़ के रक्षा कारोबार का लक्ष्य
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