New Delhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड दौरे के दूसरे दिन आज जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त दो विचारधाराओं के बीच में जंग छिड़ी हुई है. इससे पहले डॉ अंबेडकर डिस्ट्रिक्ट मेमोरियल कैंसर सेंटर के नये हिस्से का उद्घाटन किया. जनसभा में कहा कि आदिवासी इस देश के असली हकदार हैं. कहा कि दूसरी विचारधारा कहती है कि आप आदिवासी नहीं, वनवासी हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
I am very happy when I visit Wayanad. I share a connection with the people of Wayanad, irrespective of the political party they belong to. Of course, we have ideological differences, but when I was disqualified, the entire Wayanad supported me.
I consider the entire Wayanad… pic.twitter.com/nCYWzL3sqy
— Congress (@INCIndia) August 13, 2023
The term “Vanvasi” denies your status as the original owner of India and confines you to the jungle. The concept behind this term implies that you belong in the jungle and should never leave it. This notion is unacceptable to us.
This word is a distortion of your history.
— Congress (@INCIndia) August 13, 2023
राहुल का इशारा भाजपा की ओर था
वे लोग आपको देश का असली स्वामी नहीं मानते. राहुल का इशारा भाजपा की ओर था. इस क्रम में राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं वायनाड आता हूं तो बहुत खुशी होती है. लोगों के साथ मेरा रिश्ता है. चाहे वे किसी भी पार्टी से हों. राहुल कहा कि वामपंथियों के साथ हमारा वैचारिक मतभेद भले ही हों, लेकिन जब मुझे अयोग्य घोषित किया गया, तो पूरा वायनाड समर्थन में आ गया. राहुल ने वायनाड को अपने परिवार का हिस्सा बताया.
इससे पहले राहुल ने राजस्थान में कहा था कि भाजपा जनजातीय समुदायों को आदिवासी की जगह वनवासी कहकर उनका अपमान करती है और उनकी वन भूमि छीनकर उद्योगपतियों को देती है. वहां आदिवासी समुदाय से बात की थी. कहा कि आदिवासी का मतलब एक विशेष ज्ञान, पृथ्वी की एक विशेष समझ, जिस ग्रह पर हम रहते हैं, उसके साथ एक विशेष संबंध.
आदिवासियों को वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासियों को प्रतिबंधित और वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए. पूरा विश्व आपके लिए खुला होना चाहिए. हम कहते आदिवासी हैं और दूसरा पक्ष आपको वनवासी करार दे रहा है. वनवासी शब्द इस बात से इनकार करता है कि आप भारत के मूल मालिक हैं. यह आपको जंगल तक ही सीमित रखने की साजिश है.
राहुल के अनुसार वनवासी शब्द के पीछे की भावना यह है कि आप जंगल में हैं और आपको कभी जंगल नहीं छोड़ना चाहिए . हम इस शब्द को स्वीकार नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी भाई-बहन इस देश के मूल मालिक थे. इस देश के मूल मालिकों को जमीन,जंगल पर अधिकार दिया जाना चाहिए.
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