New Delhi : रमेश बिधूड़ी- दानिश अली विवाद को लेकर राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोला है. आज रविवार को राहुल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह अपने सांसदों रमेश बिधूड़ी और निशिकांत दुबे के माध्यम से विवाद पैदा कर जाति जनगणना मामले से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
“We are now in control of the narrative.” pic.twitter.com/JVspgs0Xu8
— Congress (@INCIndia) September 24, 2023
Firstly, the Opposition is thinking about this election in a fundamentally different way than any other election before it. The Opposition is united in the idea that India is now under attack. The concept of India, of free elections, of free speech—they are now under mortal… pic.twitter.com/P74PLgFIel
— Congress (@INCIndia) September 24, 2023
The BJP wins elections by distracting and not allowing us to construct our narrative.
We have learned how to deal with it. In Karnataka, we gave a clear vision, and now we are in control of the narrative.
No matter what they (BJP) try to do, we are now in control of the… pic.twitter.com/alSPb9yeHY
— Congress (@INCIndia) September 24, 2023
I was shocked that out of 90 people, who controlled the govt of India, only 3 are from the OBC community. These 3 people control 5% of the Indian budget, while 95% is not in their control. This not just the case for Secretaries of Indian govt but is prevalent across the board.… pic.twitter.com/jjrfHoR6Qw
— Congress (@INCIndia) September 24, 2023
राहुल गांधी ने कहा कि एक देश, एक चुनाव… की अवधारणा का उद्देश्य लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटकाना है. कहा कि यह ध्यान भटकाने की भाजपा की रणनीतियों में से एक है. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत के मुख्य मुद्दे- कुछ ही लोगों के पास पैसा होना, अमीर-गरीब के बीच भारी असमानता, बड़े पैमाने पर बेरोजगारी, निचली जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आदिवासी समुदायों के प्रति पक्षपात, से संबंधित हैं.
राहुल गांधी ने कहा, ‘अब, भाजपा इस पर लड़ नहीं सकती इसलिए श्रीमान बिधूड़ी एक बयान दे दें. आओ एक साथ मिलकर इस तरह चुनाव लड़े. चलो भारत का नाम बदल दें. यह सब ध्यान भटकाना है. हम इसे जानते हैं, हम इसे समझते हैं और हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी का आगामी विधानसभा चुनावों में किसी भी राज्य में न जीतने का कोई प्रश्न ही नहीं है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.
राहुल गांधी प्रतिदिन मीडिया नेटवर्क के कॉन्क्लेव 2023 में बोल रहे थे
राहुल गांधी असम के प्रतिदिन मीडिया नेटवर्क द्वारा आयोजित द कॉन्क्लेव 2023 में बोल रहे थे. बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में लोकसभा में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था.
भाजपा ध्यान भटकाकर चुनाव जीतती है
इस क्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा ध्यान भटकाकर चुनाव जीतती है. हालांकि राहुल ने कहा कि कांग्रेस शायद तेलंगाना जीत रही है. साथ ही कहा कि हम निश्चित रूप से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल कर रहे हैं. राजस्थान में हम जीत के बहुत करीब हैं. कहा कि भाजपा भी अंदरूनी तौर पर यही मान रही है.
राहुल गांधी का कहना था कि कांग्रेस ने कर्नाटक में बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखा. सबक मिला कि भाजपा ध्यान भटकाकर और हमें अपने नैरेटिव की अनुमति नहीं देकर चुनाव जीतती है .बता दें कि कांग्रेस ने राहुल का बयान अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया है
कर्नाटक चुनाव में भाजपा अपना नैरेटिव नहीं चला सकी
राहुल गांधी ने कहा कि हमने कर्नाटक में चुनाव इस तरह से लड़ा कि भाजपा अपना नैरेटिव नहीं चला सकी. कहा कि बिधूड़ी और उसके बाद फिर अचानक निशिकांत दुबे के बयान… यह सब जाति जनगणना के विचार से ध्यान भटकाने की कोशिश है. भाजपा वाले जानते हैं कि जाति जनगणना बुनियादी चीज़ है. यह भारत के लोग चाहते हैं, लेकिन वे(भाजपा) इस पर चर्चा नहीं करना चाहते. इसलिए हमने सीख लिया है कि इससे कैसे निपटना है.
अब नैरेटिव पर हमारा नियंत्रण है
कर्नाटक में हमने एक स्पष्ट दृष्टिकोण दिया. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भाजपा क्या करने की कोशिश करती है, अब नैरेटिव पर हमारा नियंत्रण है. राहुल ने कहा कि कांग्रेस उन राज्यों में नैरेटिव को नियंत्रित कर रही है जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. साथ ही दावा किया कि भाजपा ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इसे नियंत्रित करने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किये लेकिन ऐसा नहीं कर पायी.
इस विवाद के बाद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बसपा नेता दानिश अली से मुलाकात कर उनके प्रति एकजुटता व्यक्त की.