NewDelhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हल्ला बोला है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि वैक्सीन के लिए सिर्फ ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन काफी नहीं. कहा कि वैक्सीन सेंटर पर वॉक इन करने वाले हर व्यक्ति को टीका मिलना चाहिए. जीने का अधिकार उनके भी है जिनके पास इंटरनेट नहीं है.
वैक्सीन के लिए सिर्फ़ online रेजिस्ट्रेशन काफ़ी नहीं। वैक्सीन सेंटर पर walk-in करने वाले हर व्यक्ति को टीका मिलना चाहिए।
जीवन का अधिकार उनका भी है जिनके पास इंटर्नेट नहीं है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 10, 2021
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केंद्र सरकार ने पहले से ही walk-in रेजिस्ट्रेशन के लिए स्वीकृति दी है
इस पर अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर पलटवार किया. साथ ही स्मृति ने राहुल को नसीहत तक दे डाली. स्मृति ईरानी ने कहा कि भ्रम ना फैलाएं, टीका लगवाये. स्मृति ईरानी ने राहुल के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा, कहत कबीर – बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से होय. समझने वाले समझ गये होंगे. उन्होंने खबरों को शेयर करते हुए लिखा, केंद्र सरकार ने पहले से ही walk-in रेजिस्ट्रेशन के लिए राज्यों को स्वीकृति दे दी है. भ्रम ना फैलायें, टीका लगवायें
कहत कबीर – बोया पेड़ बबूल का, आम कहाँ से होय
समझने वाले समझ गए होंगे।
केंद्र सरकार ने पहले से ही walk-in रेजिस्ट्रेशन के लिए राज्यों को स्वीकृति दे दी है।
भ्रम ना फैलाये, टिका लगवाये। https://t.co/m3ozeHC6vV pic.twitter.com/D6hjl8J1Gw
— Smriti Z Irani (@smritiirani) June 10, 2021
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राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर सवाल उठाये
बता दें कि कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को वैक्सीनेशन से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा है कि वैक्सीन के लिए सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन काफी नहीं है. वैक्सीन सेंटर पर वॉक-इन करने वाले हर व्यक्ति को टीका मिलना चाहिए. जीवन जीने का अधिकार उनका भी है, जिनके पास इंटरनेट नहीं है. पिछले माह राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए प्रधानमंत्री की नौटंकी जिम्मेदार है. वे कोरोना को समझ ही नहीं पाये. देश में जो डेथ रेट बताई गयी वह भी झूठ है. कहा था कि सरकार को सच बोलना चाहिए.
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वैक्सीनेशन को लेकर राहुल के सरकार पर आरोप
राहुल ने कहा था कि कोरोना से निपटने के 4 तरीकों- टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन में से किसी भी सरकार के लिए 70-80% लोगों को टीके लगवाना सबसे सही बात होती. लेकिन सरकार यह अनुमान लगाने में ही विफल हो गयी कि कितने लोगों को वैक्सीन की जरूरत होगी?वैक्सीन के कितने डोज का ऑर्डर देना होगा?देश की अपनी वैक्सीन बनाने की क्षमता कितनी होगी?कितने वैक्सीन बाहर से मंगवानी होंगी और यह ऑर्डर कौन देगा?
राहुल ने कहा था कि दूसरे देशों ने मई 2020 में ही वैक्सीन खरीद के ऑर्डर देने शुरू कर दिये थे. लेकिन मोदी सरकार ने भारत को नाकाम कर दिया. उसने वैक्सीन का पहला ऑर्डर जनवरी 2021 में दिया. सार्वजनिक जानकारी के अनुसार मोदी सरकार और राज्य सरकारों ने 140 करोड़ की आबादी और 18 साल से ऊपर के 94.50 करोड़ लोगों के लिए अब तक सिर्फ 39 करोड़ डोज ऑर्डर किये हैं. प्रमुख देशों में भारत की पर कैपिटा डोज खरीद सबसे कम है.