Patna: पश्चिम चंपारण जिले के बगहा के राजापाकर गांव के राजा यादव की चर्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब हो रही है. ये सड़कों पर तेज गति से दौड़ लगाकर लोगों के बीच छाए हुए हैं. इनकी बॉडी फिटनेस की वजह से इन्हें बिहारी टार्जन के नाम से जाना जाने लगा है. इनकी सोच आगे धावक के रूप में अपनी पहचान बनाने की है. लेकिन आर्थिक मजबूरी इनके लिए बाधक बनी है. इसी सिलसिले में राजा ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता से मुलाकात की है. राजा अपने क्षेत्रीय बीजेपी विधायक राम सिंह के साथ सम्राट से मिले. राजा का सपना है कि वो ओलंपिक में खेलें और देश के लिए गोल्ड जीतें.
मेरा टारगेट ओलंपिक में 100 मीटर में भाग लेना है
मुलाकात के बाद राजा ने कहा कि मुझे लोग बिहारी टार्जन के नाम से जानते हैं. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. लेकिन जिन असुविधाओं के कारण मैं जिस परिस्थिति से जूझ रहा हूं मैं चाहता हूं कि जो दूसरे राज्यों के बच्चों को व्यायामशाला एवं स्पोर्ट्स में सुविधा मिलती है वह बिहार के बच्चों को मिले. चंपारण के लोगों को मिले. बिहार के युवाओं में भी काबिलियत है, लेकिन उसकी सुविधा हमारे बिहार में हो, हमारे जिले में भी हो, यही मेरी चाहत है. राजा ने कहा कि मेरा टारगेट ओलंपिक में 100 मीटर में भाग लेना है. कहा कि मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं दस साल से मेहनत कर रहा हूं. इस पर सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में हैं. उनलोगों के लिए भी सुविधा मिले तो मेरी तरह आगे बढ़ेंगे.
मैं टायर और पत्थर के टुकड़ों से प्रैक्टिस करता हूं
राजा ने कहा कि मैंने देसी जुगाड़ से गांव में प्रैक्टिस किया. मेरे पास कोई भी सामान नहीं है. टायर से और पत्थर के टुकड़ों से प्रैक्टिस करता हूं. शुद्ध खान-पान से अपने आप को ऐसा रखा है, लेकिन सरकार से सुविधा मिले तो मैं ओलंपिक में भाग लूंगा. पहलवानी खानदानी पेशा है. मेरे दादाजी पहलवान थे. पिताजी भी पहलवान हैं. उनलोगों को सुविधा नहीं मिली तो वे सिर्फ गांव में ही पहलवानी करते रह गए. मैं आगे बढ़ना चाहता हूं, देश के लिए कुछ करना चाहता हूं, इसलिए सरकार से मदद के लिए मिलने आया था.
राजा यादव में काबिलियत हैः विधायक राम सिंह
बीजेपी विधायक राम सिंह ने कहा कि राजा यादव में काबिलियत है. इसको सुविधा नहीं मिल रही है. हम इसे खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास लेकर आए थे. मुख्यमंत्री से भी मिलना है. राजगीर में हॉकी टूर्नामेंट के चलते समय नहीं मिल पाया है. अगला समय 23 नवंबर का मिला है. 23 को टार्जन के साथ फिर हमलोग मिलेंगे और कोशिश रहेगी कि उनकी जो मांग है वह पूरी हो.
इसे भी पढ़ें – मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने नीतीश और चंद्रबाबू को धमकाया… वक्फ संशोधन बिल का विरोध नहीं किया तो खामियाजा भुगतने को तैयार रहें
Leave a Reply