Lagatar Desk : इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गयी है. मेघालय और गाजीपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन हमलावरों को भी पुलिस ने पकड़ लिया है. वहीं एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
शुरुआती जांच में सामने आया है कि सोनम का पहले से किसी और युवक से अफेयर था. शादी के बाद भी वह उसके संपर्क में थी. इसी वजह से उसने अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची और अपराधियों को सुपारी दी. वह राजा को हनीमून के बहाने शिलांग ले गयी, जहां उसे सुनियोजित तरीके से मौत के घाट उतार दिया.
डीजीपी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की
मेघालय के डीजीपी ने इस बात की पुष्टि की है कि सोनम समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से तीन आरोपी मध्य प्रदेश के ही रहने वाले हैं. वहीं, सोनम को गाजीपुर के एक ढाबे से बेहद असामान्य हालत में गिरफ्तार किया गया है.
मुख्यमंत्री संगमा ने की मेघालय पुलिस की सराहना
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि पुलिस ने सिर्फ सात दिन में हत्या की गुत्थी सुलझा ली है. उन्होंने बताया कि एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है. मुख्यमंत्री ने मेघालय पुलिस की तेजी और सूझबूझ की प्रशंसा की है.
इंदौर के लापता दंपत्ति का मामला | मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने ट्वीट किया, "राजा हत्याकांड में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के 3 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है, एक महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी… pic.twitter.com/RVEDtmHhBy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 9, 2025
शादी के महज कुछ दिन बाद ही हुआ हादसा
राजा और सोनम की शादी इसी साल 11 मई को इंदौर में हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी. इसके कुछ दिन बाद 20 मई को दोनों कामाख्या देवी के दर्शन के लिए गए और फिर शिलांग पहुंचे. 22 मई को कपल नोंग्रियाट गांव के शिपारा होमस्टे में रुके. 23 मई की सुबह 6 बजे कपल ने चेकआउट किया और तभी से दोनों के मोबाइल बंद हो गए. 24 मई को ओसरा हिल्स पार्किंग, जो मवालखियत से 25 किमी दूर है, वहां उनकी स्कूटी लावारिस हालत में मिली. इसके बाद, जंगल में राजा और सोनम का सामान मिला. वहीं 2 जून को राजा की लाश वेईसावडॉन्ग झरने के पास गहरी खाई में मिली. उसकी पहचान हाथ पर बने टैटू से हुई.
17 दिन बाद सोनम ने भाई को खुद किया कॉल
9 जून की सुबह 3 से 4 बजे के बीच सोनम गाजीपुर के नंदगंज इलाके में एक ढाबे पर पहुंची. वहां से उसने ढाबा संचालक का फोन लेकर अपने भाई को वीडियो कॉल किया और बताया कि वह गाजीपुर में है. भाई ने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद इंदौर पुलिस ने गाजीपुर पुलिस से संपर्क किया और सोनम को गिरफ्तार कर लिया.