New Delhi : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि मणिपुर की घटना पर सरकार संसद में चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष गंभीर नहीं दिखाई पड़ता है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Amid the uproar in Lok Sabha over the Manipur situation, Defence Minister Rajnath Singh said, “Manipur incident is definitely very serious and understanding the situation, PM himself has said that what happened in Manipur has put the entire nation to shame. PM has said… pic.twitter.com/QHW1KHfg0q
— ANI (@ANI) July 21, 2023
मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत ही गंभीर है और इसकी गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्रीजी ने स्वयं ही इस बात को कहा है कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरे का पूरा राष्ट्र शर्मसार हुआ है। यहां तक कि मणिपुर की घटनाओं को लेकर कठोर से कठोर कार्यवाही किए जाने की बात प्रधानमंत्री… pic.twitter.com/YxJMlqXSsT
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 21, 2023
पूरा राष्ट्र शर्मसार हुआ है
लोकसभा में मणिपुर के विषय पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सरकार का पक्ष रखते हुए सदन के उपनेता सिंह ने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं कि सदन में मणिपुर के विषय पर चर्चा नहीं हो. उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना की गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं कहा है कि इससे पूरा राष्ट्र शर्मसार हुआ है और कठोर से कठोर कार्रवाई की जायेगी.
मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत ही गंभीर है
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने की घटना का वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष संसद में हंगामा कर रहा है. विपक्षी सदस्यों की मांग है कि मणिपुर के मामले पर प्रधानमंत्री मोदी सदन में बयान दें और चर्चा कराई जाये. राजनाथ सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री ने मणिपुर की घटना को लेकर कठोर से कठोर से कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि मणिपुर की घटना पर संसद में चर्चा हो. मैंने खुद सर्वदलीय बैठक में यह बात कही थी.
मणिपुर की घटना को प्रतिपक्ष भी गंभीरता से ले
आज फिर मैं दोहराता हूं कि हम चाहते हैं कि मणिपुर की घटना पर सदन में चर्चा होनी चाहिए. सिंह ने कहा, मैं देख रहा हूं कि कुछ राजनीतिक दल ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं कि जिससे चर्चा नहीं हो. मैं स्पष्ट रूप से यह आरोप लगाना चाहता हूं कि मणिपुर की घटना पर जितना गंभीर होना चाहिए, विपक्ष उतना गंभीर नहीं है. उन्होंने यह कहा, मणिपुर की घटना को गंभीरतापूर्वक लेते हुए चर्चा होनी चाहिए. मणिपुर की घटना को प्रतिपक्ष भी गंभीरता से ले.