स्पीकर ने सदन की गरिमा का पाठ पढ़ाया
स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सदन की गरिमा बनाए रखने में विधायकों की भूमिका पर चर्चा की. सदन की कार्यव्यवस्था और सदस्यों के आचरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि सदस्य वेल में आकर अपनी बातों को मनवाने के लिए दवाब बनाने की कोशिश करते हैं जो संवैधानिक रूप से भलें ही उचित नहीं है, मगर व्यवहारिक रुप से अनुचित भी नहीं है.मीडिया में बने रहने के लिए लोग सदन में जिस तरह का व्यवहार करते हैं, वह उचित नहींः सीपी सिंह
वरिष्ठ सदस्य सीपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मीडिया में बने रहने के लिए लोग सदन में जिस तरह का व्यवहार करते हैं, वह उचित नहीं है. उन्होंने सदन की कार्यवाही साल में कम से कम 60 दिन चलाए जाने की वकालत की और वर्तमान सरकार से इस दिशा में पहल करने का आग्रह किया. संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने लोकतंत्र और समावेशी विकास पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 24 वर्ष हो गए हैं, युवा झारखंड अपने 25वें वर्ष में है, लेकिन पहले 20 वर्षों में किसी भी सरकार ने समावेशी विकास पर ध्यान नहीं दिया. इसे भी पढ़ें – लंदन">https://lagatar.in/big-decision-of-london-high-court-sanjay-bhandari-is-in-danger-in-tihar-jail-britain-will-not-extradite-him-to-india/">लंदनहाईकोर्ट का बड़ा फैसला, संजय भंडारी को तिहाड़ जेल में खतरा, ब्रिटेन नहीं करेगा भारत को प्रत्यर्पित हर खबर के लिए हमें फॉलो करें Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
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