Ramgarh: रामगढ़ में अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस के मौके पर अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में इंटर हाउस शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. इसमें बिरसा मुंडा हाउस, मदर टेरेसा हाउस, सीवी रमण हाउस और आरएन टैगोर हाउस के प्रतिभागी शामिल हुए. इस तीन दिवसीय आयोजन में प्रतिभागियों को शतरंज के इतिहास और नियमों की जानकारी दी गई. स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने कहा कि आज के समय में बच्चे वीडियो गेम्स में बीजी रहते हैं, जो उनकी आंख और दिमाग पर बुरा असर डालता है. हमें बच्चों को शतरंज जैसे खेल के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. ताकि उनका ब्रेन क्रिएटिव बना रहे. इस खेल की कोई समयसीमा नहीं होती, इसलिए यह खेल विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ फैसले लेना सिखाता है. चेस बच्चों की लर्निंग पावर, मेमोरी और फोकस करने की क्षमता में भी सुधार करता है. काउंसेलर, मोटिवेटर और प्रतियोगिता के संयोजक मुख्तार सिंह ने शतरंज खिलाड़ी के रूप में अपने अनुभव को साझा किया. कहा कि जीवन में एकाग्रता और मानसिक अनुशासन का होना जरूरी है. यह खेल हमारे अंदर इन तमाम गुणों को विकसित करता है. इस प्रतियोगिता में क्लास 8 का छात्र अंशु गुप्ता चैंपियन बना. जबकि दूसरे स्थान पर कक्षा 8 का ही श्लोक कुमार रहा. तीसरा स्थान 12 वीं की वाणी पांडेय को मिला. इसे भी पढ़ें-धनबाद:">https://lagatar.in/dhanbad-24-hour-unbroken-lesson-begins-with-kalash-yatra-in-jharia/">धनबाद:
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रामगढ़: अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में इंटर हाउस शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन

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