Ramgarh: कामगार मजदूर सहित विभिन्न यूनियन के नेताओं ने बुधवार को महाप्रबंधक कार्यालय पहुंचकर घेराव किया. उन्होंने सहकारिता साख सहयोग समिति से सीसीएल कर्मी को मिलने वाले लाभ देने की मांग की. जिसे महाप्रबंधक द्वारा वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है. यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि महाप्रबंधक द्वारा सीसीएल कर्मियों को मिलने वाले लाभ की अनदेखी की जाती है तो केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना के मुख्य द्वार को बंद करने के लिए आंदोलन किया जाएगा. फिर पदेन अध्यक्ष त्रिवेणी मिश्रा से यूनियन प्रतिनिधियों की वार्ता हुई. इसमें जल्द समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना के मुख्य द्वार को जाम करने का प्रस्ताव वापस लिया गया.
बता दें कि सीसीएल कर्मियों की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराए जाने को लेकर सीसीएल द्वारा सहकारिता साख सहयोग समिति लिमिटेड का संचालन किया जाता है. लेकिन नया नगर बरकाकाना मे संचालित सहकारिता साख सहयोग समिति राजनीति का अखाड़ा बनकर रह गया है. जिसके कारण इस समिति में लगातार किसी ना किसी तरह के विवादों के कारण सीसीएल कर्मियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. कुछ वर्ष पूर्व सहकारिता साख सहयोग समिति का चुनाव कराया गया था. जिसमें तत्कालीन सचिव संजय शर्मा पर कई तरह के गंभीर आरोप लगने के कारण समिति को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद समिति के प्रशासन द्वारा पिछले 9 महीने तक सहकारिता सहयोग समिति का संचालन किया जाता रहा. लेकिन वित्तीय लेन-देन पर रोक लगा रहा. जिस कारण सीसीएल कर्मी सहकारिता साख सहयोग समिति से मिलने वाले लाभ से वंचित रहे.
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पदाधिकारियों के निर्देश पर चुनाव कराया गया
बाद में समिति के बड़े पदाधिकारियों के निर्देश पर चुनाव कराया गया. चुनाव जीत कर आए प्रतिनिधियों के साथ पदेन अध्यक्ष केंद्रीय कर्मशाला (CCL) बरकाकाना के महाप्रबंधक त्रिवेणी मिश्रा के साथ बैठक की गई. इसके बाद पदेन अध्यक्ष द्वारा समिति का कार्य करने से इंकार कर दिया गया. इस संबंध में वर्तमान सचिव यूएन सिंह ने कहा कि केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना के महाप्रबंधक पदेन अध्यक्ष होने के नाते केवल इन्हें कार्य करने के लिए आदेश जारी करना है. लेकिन इन्होंने सीसीएल कर्मियों के लाभ की अनदेखी करते हुए क्षेत्र की पंजाब नेशनल बैंक व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को लिखित पत्र जारी कर कहा गया है कि किसी भी तरह के वित्तीय लेन-देन में पदेन अध्यक्ष की सहभागिता नहीं होगी. जिस कारण सहकारिता साख सहयोग समिति से सीसीएल कर्मी को मिलने वाले लाभ से महाप्रबंधक द्वारा वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है.
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