नहीं होने देंगे एक भी बाल विवाह, मंदिर के पुजारियों से अग्रगति ने की सहयोग की अपील
Ramgarh: बाल विवाह रोकने के लिए मंदिरों में चौकसी बढ़ाने यानी बाल विवाह नहीं करने को लेकर रामगढ़ के विभिन्न मंदिरों में सदस्य तैनात किए गए हैं. अग्रगति के परियोजना पदाधिकारी किरण शंकर दत्त ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन, यूएस एवं अग्रगति के सहयोग से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जिले के विभिन्न प्रखंड के प्रसिद्ध मंदिरों में होने वाले बाल विवाह रोकथाम के लिए जिले के सभी मंदिरों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत विशेष कार्य किया जा रहा है. यह विशेष कार्य अक्षय तृतीया तक जारी रहेगा, जिसके तहत विभिन्न मंदिरों में बाल विवाह पर रोक लगाया जाएगा और उन्हें बाल विवाह नहीं करने का निर्देश दिया जायेगा. ताकि इस जिले में कहीं भी बाल विवाह नहीं हो सके.
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प्रसिद्ध छिन्नमस्तिका मंदिर में भी सदस्य तैनात
प्रसिद्ध मां छिन्मस्तिका मंदिर रजरप्पा में अनिता देवी, देवंती देवी, गौतम शर्मा, फैजान अख्तर,भुवनेश्वर महतो को तैनात किया गया है. वहीं टूटी झरना मंदिर एवं आस पास के अन्य मंदिरों में नागेश्वर कुमार गोला के मंदिरों में रीता देवी, भागीरथ महतो उर्फ प्रवीण, बरलंगा के मंदिरों में निशा देवी दुलमी के मंदिरों में कविता एवं फूलवंती, पतरातू के मंदिरों में गुड्डू एवं जितेंद नियमित रूप से निगरानी करेंगे. बताया गया कि जिला के कई प्रखंडों में बाल विवाह होने की खबर मिलते ही कई बाल विवाह को रुकवाया गया. जब तक लड़की का उम्र 18 वर्ष ना हो जाए या लड़के का उम्र 21 वर्ष ना हो जाए तब तक उनकी शादी ना करें. नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है. अपील की गयी कि अगर कहीं बाल विवाह होते हुए कोई भी समाज के विद्वान, समाजसेवी, शिक्षक या अन्य लोग देखें या सुने तो कृपया 112, 1098, अग्रगति कार्यालय या हमारे सदस्यों को सूचना दे सकते हैं. समाज के प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो सकता.
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