Ramgarh : सीसीएल बरका सायल प्रबंधन द्वारा विगत दिनों भुरकुंडा बाजार के दुकानदारों को अतिक्रमण मामले को लेकर नोटिस जारी किया गया था. दुकानदारों को प्राप्त नोटिस के अनुसार यह कहा गया था कि विवाद ग्रस्त जमीन मकान व क्वार्टर सीसीएल प्रबंधन का है जो कि सीसीएल प्रबंधन के प्रशासनिक नियंत्रण में है. सीसीएल भारत सरकार का एक सार्वजनिक प्रतिष्ठान है, यह विवाद ग्रस्त जमीन मकान, क्वार्टर एक लोक परिसर है. अतः क्वार्टर में बिना हक के रहना अनाधिकृत अतिक्रमण है, इस नोटिस के तहत दुकानों व मकानों के मालिकों को 8 सितंबर 2022 तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देना अनिवार्य किया गया है एवं नोटिस मिलने के बाद बाजार के दुकानदारों एवं निवासियों में हड़कंप मचा है. इसी को लेकर विधायक अंबा प्रसाद रांची स्थित सीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद से मुलाकात की एवं लोगों को राहत दिलाने हेतु पहल किया .
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एकाएक नोटिस देना न्याय संगत नहीं- विधायक
मुलाकात के दौरान विधायक अंबा प्रसाद ने सीसीएल के सीएमडी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि भुरकुंडा बाजार के लोगों के जीविका का मुख्य साधन दुकानदारी करना है एवं वर्षों से चली आ रही दुकानदारी में एकाएक नोटिस जारी करना कतई न्याय संगत नहीं है.यह नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध है. भले ही भूमि एवं बाजार सीसीएल प्रबंधन के अधीन है परंतु सीसीएल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कंपनी स्थानीय लोगों की जीविका का एवं सुविधा का ख्याल रखें. विधायक अंबा प्रसाद की सभी बातों को गौर से सुनने के बाद सीसीएल सीएमडी ने विधायक को आश्वस्त किया है कि लोगों को हो रही परेशानी से भलीभांति अवगत हैं एवं इस संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा एवं सीसीएल प्रबंधन सामाजिक एवं नैसर्गिक न्याय के अनुरूप ही कार्य करेगी. विधायक ने कहा कि सीसीएल सीएमडी से सकारात्मक वार्ता हुई है स्थानीय दुकानदारों के हक की लड़ाई के साथ मैं खड़ी हूं और किसी भी परिस्थिति में अन्याय नहीं होने दूंगी.
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