Ramgarh : राष्ट्रीय प्रेस दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को रामगढ़ के सूचना भवन में “भ्रामक सूचनाओं के बढ़ते प्रभाव के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण विषय पर” संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ प्रभात शंकर ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. प्रेस की विश्वसनीयता तभी बनी रहेगी, जब सूचना संकलन से लेकर प्रकाशन तक प्रत्येक चरण में सत्यता और नैतिकता सर्वोपरि रहे. प्रशासन और मीडिया के बीच समन्वय जनता को सही और प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रतीक है, बल्कि यह पत्रकारों को सत्य, निष्पक्षता और जन-सरोकार आधारित पत्रकारिता के प्रति संकल्पित होने का अवसर भी है. कहा कि आज के डिजिटल युग में फेक न्यूज, गलत सूचनाओं और अधूरी जानकारियों की चुनौती लगातार बढ़ रही है. ऐसे समय में जिम्मेदार, तथ्य-आधारित और पारदर्शी पत्रकारिता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है.
पत्रकारों ने सूचनाओं की जांच-परख, स्रोतों की विश्वसनीयता, डिजिटल मीडिया की चुनौतियां और जनहितकारी पत्रकारिता के महत्व पर अपनी बात साझा की. मीडिया प्रतिनिधि बीरू कुमार, मनोज मिश्रा, योगेंद्र सिन्हा, उमेश सिन्हा, नंदकिशोर अग्रवाल, धर्मेंद्र पटेल, स्वामी नंदन, दूर्वेज आलम, राजेश राय सहित अन्य विचार व्यक्त किए. इस दौरान सच्ची पत्रकारिता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी गई.
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