Ranchi: रांची. डोरंडा क्षेत्र के कुसई कॉलोनी से लेकर रांची स्टेशन तक रोड बनाने का काम अटका हुआ है. स्टेशन का सेकंड टर्मिनल दो साल से बनकर तैयार है. लेकिन उसे जोड़ने वाला स्थाई अप्रोच रोड नहीं बना है. इसका निर्माण राज्य सरकार को करना है.
शहरवासियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने रांची स्टेशन में सेकेंड टर्मिनल बनाने को लेकर समझौता किया था. इसके तहत स्टेशन में सेकेंड टर्मिनल का निर्माण रेलवे को करना था. समझौते के तहत सेकेंड टर्मिनल से कुसई तक तकरीबन 2.5 किलोमीटर सड़क बनानी है. यह सड़क डोरंडा स्थित कुसई से होते हुए रिसालदार नगर के पीछे से होकर स्टेशन तक पहुंचेगी.
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रोड बनाने का काम अभी तक अटका
सर्वे करने के बाद भूमि अधिग्रहण और फिर उसके बाद सड़क का निर्माण करना है. समझौते के तहत दोनों कार्य साथ साथ होने थे. लेकिन राज्य सरकार की ओर से इस मामले में गंभीर पहल नहीं हुई है. इस रोड के उपलब्ध होने पर शहरवासियों को स्टेशन से आवाजाही में सुविधा होगी. स्टेशन रोड से होकर आने जाने में उन्हें जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा. हटिया, हिनू, डोरंडा, धुर्वा, तुपुदाना और यहां तक कि नामकुम के यात्रियों की भी स्टेशन से आवाजाही सुविधाजनक होगी.
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सेकेंड टर्मिनल का हो रहा उपयोग
हालांकि दूसरे टर्मिनल में पहुंचने के लिए एक अन्य सड़क का इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन यह सड़क काफी संकरी है. यह सड़क राजेंद्र चौक से होकर ओवर ब्रिज के नीचे से अनंतपुर होते हुए स्टेशन जाती है. जाम होने की स्थिति में यहां यात्रियों की ट्रेन छूट सकती है.
रेलवे के सीपीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि सेकेंड इंट्री टर्मिनल का एप्रोच रोड राज्य सरकार बनाएगी. सेकेंड टर्मिनल का उपयोग शुरू हो चुका है. अभी कोरोना काल होने के कारण यह बंद है. स्थिति सामान्य होने पर इसे खोला जाएगा. आने वाले समय में और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी.
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