Vineet Upadhyay
Ranchi: रांची सिविल कोर्ट में भी सरकारी वकीलों के कार्यालय का हाल खस्ताहाल है. लोक अभियोजकों (PP) का कार्यालय नए फोर्टिन कोर्ट बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है, लेकिन सरकारी अधिवक्ताओं यानी (GP) का कार्यालय भी अच्छी स्थिति में नहीं दिखाई देता. रांची में सरकारी वकीलों के बैठने के लिए दो तल्ला बिल्डिंग तो हैं लेकिन उसकी स्थिति दयनीय है. बिल्डिंग की खस्ताहाल स्थिति को देखते हुए उसे तोड़ने के लिए पत्र भी भेजा जा चुका है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.
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कार्यालय शिफ्ट करने की मांग
कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने की मांग की जा चुकी है. उम्मीद की जा रही कि अगले कुछ महीनों में इस बिल्डिंग को ध्वस्त कर GP और उनके कार्यालय के वकीलों को सिविल कोर्ट में ही किसी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जायेगा.
बरामदे पर टूटी कुर्सियां और टेबलों का अंबार
GP कार्यालय के बरामदे में टूटी हुई कुर्सियों और टेबल का अम्बार लगा हुआ है. उसके साथ ही बेकार हो चुके पुराने केस के रिकॉर्ड फेंके हुए दिख जायेंगे. GP कार्यालय के पिछले हिस्से की खिड़की का छज्जा और भवन के कई हिस्से टूटने की कगार पर हैं. तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं कि सिर्फ छड़ के सहारे कंक्रीट का बड़ा टुकड़ा लटका हुआ है जो कभी भी गिर सकता है. हरहमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है. वहीँ NDPS, POTA और ह्यूमन ट्रैफिकिंग कोर्ट के विशेष लोक अभियोजक का कार्यालय भी सिर्फ एक कमरे के रूम में चल रहा है. जहाँ विशेष लोक अभियोजक ब्रह्मानंद शर्मा अपने जूनियर अधिवक्ताओं के साथ बैठते हैं. एक ही कमरे में वकीलों के बैठने और रिकॉर्ड रखने की भी व्यवस्था की गई है.
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