Kaushal Anand
Ranchi: छह वर्ष के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रांची में प्री-पेड स्मार्ट लगाने का सपना पूरा होने जा रहा है. आगामी 20 अगस्त से रांची सर्किल के अपर बाजार सब-डिवीजन में 1 हजार कंज्यूमरों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा. इसके सफल हो जाने के बाद फिर 30 हजार कंज्यूमरों को मीटर लगाया जाएगा. रांची शहरी क्षेत्र के कुल साढ़े तीन लाख कंज्यूमरों को यह मीटर पूरी तरह नि:शुल्क मिलेगा.
कुसई में कंप्यूटराइज्ड मीटर टेस्टिंग सेंटर
रांची में लगने वाले स्मार्ट मीटर के टेस्टिंग के लिए कुसई में कंप्यूटराइज्ड सेंटर बनाया गया है. सभी मीटरों को पहले इस सेंटर में टेस्ट किया जाएगा. इसके बाद ही इसे कंज्यूमरों को लगाया जाएगा.
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स्मार्ट मीटर का खेप रांची पहुंचा
जेबीवीएनएल ने स्मार्ट मीटर का खेप रांची पहुंच चुका है. शुरूआती चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत करीब 12 सौ मीटर मंगाए गए हैं. इसके बाद 30 हजार और मीटर मंगाए जाएंगे. सभी मीटरों की टेस्टिंग होगी. इसके बाद मीटर लगाया जाएगा.
सर्वे कार्य हुआ पूरा
स्मार्ट मीटर लगाने के लिए इस कार्य को करने वाली जीनस एजेंसी ने अपना सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया है. सर्वे के बाद ही यह तय किया गया है कि पहले चरण में अपर बाजार सब-डिवीजन से इसकी शुरूवात की जाए.
जेबीवीएनएल के साइट के जरिए नहीं आए आवेदन
स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर जेबीवीएनएल ने आम शहरी उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान की है. अगर कोई आम उपभोक्ता अपने घर में स्मार्ट मीटर लगवाना चाहता है तो वह जेबीवीएनएल के साइट www.jbvnl.co.in में जाकर सुविधा पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है. प्राथमिकता के आधार पर उसके घर में जाकर स्मार्ट मीटर लगा दिया जाएगा. मगर अब तक एक भी आवेदन साइट के जरिए नहीं आए हैं. स्मार्ट मीटर लगाने के बाद कंज्यूमरों के घरों से जो मीटर खोले जाएंगे, उसे जेबीवीएनएल अपने पास रखेगा. उसकी टेस्टिंग करके गांवों में वैसे कंज्यूमरों को लगाया जाएगा, जिनके यहां मीटर नहीं है. अनमीर्टड को मीटर करने के काम में इस मीटर का इस्तेमाल किया जाएगा.
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प्री-पेड स्मार्ट मीटर के ये होंगे फायदे
-इसके लगने के बाद बिजली उपभोक्ता सीधे तौर सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत जुड़ जाएंगे. यानी कि किसी भी कीमत पर कोई भी उपभोक्ता मीटर की छेड़छाड़ या मीटर बाइपास करके बिजली चोरी नहीं कर पाएगा.
-स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद उपभोक्ता प्री-पेड की सुविधा से जुड़ जाएंगे. यानी मोबाइल फोन री-चार्ज करने की तर्ज पर अपना बिजली इस्तेमाल कर पाएंगे.
-अधिक दिनों तक या अधिक बकाया बिजली उपभोक्ता नहीं रख पाएंगे. सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत तहत सारे उपभोक्ताओं के बिजली खपत एवं बकाए पर पैनी नजर रखी जाएगी. अधिक बकाया होने पर तुरंत बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.
-सारा सिस्टम सरवर, नेट सिस्टम के तहत संचालित होगा. अगर किसी उपभोक्ता के घर बिजली कट होती या लो वोल्टेज की समस्या होती तो उसे किसी को फोन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्मार्ट मीटर खुद ही इस समस्या को बिजली निगम कंट्रोलिंग सिस्टम तक पहुंचा देगा. बिजली कट होते ही स्मार्ट मीटर कंट्रोम रूम को सिग्नल भेज देगा. इसके बाद निगम की टीम इसे दुरूस्त करने में जुट जाएगा.
-बिजली उपभोक्ता अपने प्रतिदिन बिजली खपत पर नजर रख सकेंगे. इसके बाद उपभोक्ता अपना मासिक बिल और बिजली खपत की प्लानिंग कर सकते हैं.
-सारी व्यवस्था ऑनलाइन रहेगी. इससे व्यवस्था पारदर्शी रहेगी. आम उपभोक्ता अपनी सारी जानकारी ऑनलाइन देख सकते हैं.
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