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बच्चों को मिला व्हीलचेयर
बच्चों के साथ विशेष शिक्षक पोवेल कुमार थे. बच्चों को न देखने पर माता-पिता और पोवेल कुमार निराश होकर लौट गए. फिर वे सीआरसी नामकुम के समेकित केंद्र पहुंचे. केंद्र में उपस्थित डॉ आलोक रंजन ने बच्चों को अटेंड किया और जरुरी इलाज किया. इसके बाद तीनों बच्चों को डॉ राजीव रंजन ने फिजियोथेरेपी दी. फिजियोथेरेपी के बाद दो बच्चों को केंद्र ने व्हीलचेयर दिया. इसके लिए माता-पिता ने सीआरसी निदेशक जितेंद्र यादव को धन्यवाद दिया. इलाज कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों को रेगुलर फिजियोथेरेपी देने से जल्दी सुधार हो सकता है. अगर बच्चों को रेगुलर लाया जाए तो काफी अच्छा होगा. इसे भी पढ़ें-प्राथमिक">https://lagatar.in/primary-health-center-deoghar-succumbed-to-maladministration-god-trust-operating-hospital/15520/">प्राथमिकस्वास्थ्य केंद्र देवघर कुव्यवस्था का हुआ शिकार, भगवान भरोसे संचालित हो रहा अस्पताल