की महिलाएं झामुमो-कांग्रेस की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने को बेताब: अन्नपूर्णा
आन्दोलित हैं अन्नदाता
बैठक को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पिछले तीन महीने से देश के 62 करोड़ अन्नदाता किसान और खेत मजदूर आन्दोलित हैं. गांधीवादी और शांतिप्रिय तरीके से केन्द्र सरकार द्वारा तीन किसान विरोधी कानूनों का विरोध कर रहे हैं. उनके समर्थन में कांग्रेस पार्टी का यह राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम झारखण्ड में भी असरदार रहेगा. सभी विधायकों व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी इस कार्यक्रम में रहेगी. प्रदेश के सभी जिलों से कोविड के गाईडलान का अनुपालन करते हुए करीब पांच हजार किसानों की उपस्थिति सुनिश्चित की जायेगी. इसके लिए तमाम विधायकों को आज की बैठक में जिम्मेवारी सौंपी गयी है. बैठक के दौरान मीडियाकर्मियों को सम्बोधित करते हुए श्री आलम ने कहा कि आज तो सर्वोच्च न्यायालय ने भी किसानों की मांगों पर मोहर लगाने का काम किया है. इसका हमलोग स्वागत करते हैं. ओरमांझी काण्ड को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से गंभीर है. पुलिस प्रशासन पूरी ताकत के साथ इस अभियान में लगा हुआ है. हमलोग इस काण्ड के उदभेदन के बहुत करीब हैं. भाजपा को ऐसे विषयों पर सिर्फ राजनीति करने से बाज आना चाहिए. बैठक को सम्बोधित करते हुए वित्त मंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. अब तो देश के सर्वोच्च न्यायालय को ही सरकार को यह कहना पड़ा कि अगर तुमसे नहीं होता, तो हम कानून स्टे कर देते हैं. इससे बड़ी नाकामी, इससे बड़ी विफलता, इससे बड़ा नकारापन और इससे ज्यादा जिद और अहंकार शायद 73 साल के इतिहास में किसी सरकार के साथ हुआ होगा. उन्होंने कहा कि हम सर्वोच्च न्यायालय के इस रूख का तहे दिल से स्वागत करते हैं कि कम से कम किसानों की तकलीफ को सर्वोच्च न्यायालय ने समझने का काम किया. लगातार बैठकों का दौर जारी रखते हुए जब सरकार संशोधन करने की बात कह रही है, तो फिर इसे निरस्त करने में क्या दिक्कत है. अपने पूंजीपति मित्रों के हितों को ध्यान में रखकर सरकार हठधर्मिता कर रही है और इस कड़कड़ाती ठंड में आन्दोलनरत किसानों की जान जा रही है. इसकी जवाबदारी कौन लेगा. उन्होंने कहा कि आगामी 15 जनवरी को बढ़ती हुई मंहगाई और किसानों के समर्थन में आहूत राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम किसान अधिकार दिवस पर रैली/प्रदर्शन एवं राजभवन घेराव ऐतिहासिक होग. बैठक में यह सुनिश्चित हो गया कि सभी मंत्रीगण, विधायकगण, सांसद, पूर्व सांसद और पार्टी पदाधिकारियों एवं जिला संगठनों की भागीदारी बढ़-चढ़ कर होगी. उस दिन सभी जिलों से किसान कोविड गाईडलाईन का अनुपालन करते हुए रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में एकत्रित होंगे. रैली की शक्ल में प्रदर्शन करते हुए मोरहाबादी से राजभवन मार्च करेंगे और राजभवन का घेराव करेंगे. इसे भी पढ़ें-वैक्सीन">https://lagatar.in/bjp-angry-over-congress-question-about-vaccine-said-congress-is-not-proud-of-any-indian-thing/14951/">वैक्सीनको लेकर कांग्रेस के सवाल पर भड़की भाजपा, कहा, कांग्रेस को किसी भी भारतीय चीज पर गर्व नहीं है