24 साल बाद ऐसा शुभ संयोग बना
इस मौके पर पहाड़ी मंदिर परिसर गीत- संगीत से गूंजायमान रहा. भोले हो गये टना टन.. आदि गीतों का सिलसिला दिन भर चलता रहा. बता दें कि पिछले 24 साल बाद ऐसा शुभ संयोग बना है, जब नागपंचमी सोमवार के इस खास दिन पर पड़ा हो. शास्त्र बताता है कि आज के दिन व्रत-पूजा का दोगुना फल मिलता है. नागपंचमी पर शुक्ल, शुभ, साध्य जैसे बेहद शुभ योग भी बना है. सोमवार को चित्रा नक्षत्र होने से यह दिन काफी शुभ माना गया है.alt="" width="600" height="400" />
शिव और नाग पूजा का विशेष महत्व- पुरोहित मनोज मिश्र
पहाड़ी मंदिर पुरोहित मनोज मिश्र ने बताया कि श्रावण शुक्ल के सोमवार पर काफी शुभ संयोग रहा, जब नागपंचमी आई है. आज के दिन चित्रा नक्षत्र और शुभ नामक योग भी बना है. इन योग-संयोगों में शिव और नाग पूजा विशेष महत्व रखता है. नागपंचमी के दिन शिवजी का अभिषेक करने से नाग दोष, विष दोष, कालसर्प दोष और ग्रहण दोष जैसे अनेक दोषों से मुक्ति मिलती है. इस दिन महामृत्युंजय जप से संकटों, रोगों और शत्रुओं का नाश होता है. इसे भी पढ़ें – झारखंड">https://lagatar.in/14-ias-transferred-in-jharkhand-amit-kumar-becomes-commissioner-of-ranchi-municipal-corporation-ajay-nath-jha-becomes-new-tribal-welfare-commissioner-see-list/">झारखंडमें 14 IAS का तबादलाः अमित कुमार बने रांची नगर निगम के आयुक्त, अजय नाथ झा बने नए आदिवासी कल्याण आयुक्त, देखें लिस्ट [wpse_comments_template]
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