alt="Lagatar.in" width="560" height="1152" /> दवा दुकान पर ड्रग कंट्रोलर की कार्रवाई के दौरान मौजूद पुलिसकर्मी[/caption] इसे भी पढ़ें- रिम्स">https://lagatar.in/corona-sample-taking-family-of-deceased-in-rims-as-technician-family-forced-to-push-trolley-as-trolleyman/27413/">रिम्स
में टेक्नीशियन बन मृतक के परिजन ले रहे कोरोना सैंपल, ट्रॉलीमैन बनकर ट्रॉली धकेलना बनी परिजनों की मजबूरी छापेमारी के दौरान जब दुकान से प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई, दुकानदार से उसकी रसीद मांगी गई तो वह भी नहीं मिला. ड्रग इंस्पेक्टर पुनम तिर्की के अनुसार, दुकान से कई ऐसे दवा भी बरामद किए गए हैं जिसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है. ऐसी दवाएं बेचना मना नहीं है. लेकिन उसकी बिल भी विक्रेता के पास होनी चाहिए और चिकित्सक द्वारा प्रिस्क्राइब करने के बाद ही बिक्री करनी चाहिए. लेकिन छापेमारी के दौरान उन दवाओं का बिल नही मिला. ड्रग कंट्रोल की टीम ने दुकान संचालक से ड्रग लाइसेंस की भी मांग की है. लाइसेंस की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. छापेमारी के बाद जब्त किए गए दवाओं को ड्रग कंट्रोल विभाग को सौंप दिया गया. निम्नलिखित दवा किया गया बरामद
- ओनॉरेक्स 100 एमएल - 7 बोतल
- अलोरा 0.25 एमजी - 13 पत्ता (130 टैबलेट)
- नाइट्रोसन 10 - 7 पत्ता (70 टैबलेट)
- अल्प्राविन 0.5 एमजी - 2 पत्ता (20 टैबलेट)

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