Ranchi: झारखंड के सैकड़ों स्कूलों को उर्दू स्कूल बना देने का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है. इसे लेकर सोशल एक्टिविस्ट पंकज यादव के अधिवक्ता राजीव कुमार ने जनहित याचिका दायर की है. जिसमें पंकज ने स्कूलों के इस्लामीकरण पर रोक लगाने की मांग की है. पंकज यादव ने याचिका में यह बताया है कि जामताड़ा,पाकुड़,गढ़वा समेत झारखंड के छह जिलों के सैकड़ों स्कूलों का इस्लामीकरण हो गया है. मुस्लिम बहुल इलाकों के सरकारी स्कूलों के नाम के आगे जबरदस्ती उर्दू विद्यालय लिख दिया जा रहा है. उन विद्यालयों को रविवार की जगह शुक्रवार को स्कूल बंद कर दिया जा रहा है. साथ ही इन स्कूलों में हाथ जोड़ कर प्रार्थना करने की बजाय हाथ बंद कर प्रार्थना करवायी जा रही है. गढ़वा के 100 और जामताड़ा के 50 स्कूलों में नियमों का उल्लंघन कर ये कृत्य किया जा रहा है.
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मंत्री के आदेश पर स्कूल तो खुला, मगर घुसने नहीं दिया गया
याचिका में कहा गया है कि झारखंड के दस जिलों में संविधान और नियमों की धज्जियां उड़ाकर शुक्रवार को स्कूलों को बंद किया जा रहा है. जांच में जिलों की संख्या बढ़ेगी. याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस प्रकार के असंवैधानिक और अनैतिक कार्य झारखंड में बड़ी साजिश के तहत हो रहा है. जिससे झारखंड के सरकारी स्कूलों में ना सिर्फ शैक्षणिक माहौल खराब हो रहा है, बल्कि धार्मिक और सामाजिक समरसता भी खत्म हो रही है.
याचिका में कहा गया है कि गढ़वा के एक विद्यालय में हिन्दू छात्रों का नामांकन सिर्फ इसलिए नहीं लिया गया, क्योंकि वहां के स्कूल में मुस्लिम छात्रों की संख्या अधिक थी. रांची के कई स्कूलों का उर्दूकरण हुआ और प्रशासन मौन बैठी हुई है. शिक्षा मंत्री के आदेश के बाद जामताड़ा के स्कूल शुक्रवार को खुले जरूर, पर वहां की मुस्लिम आबादी ने छात्रों को और शिक्षकों को स्कूल में घुसने नहीं दिया. पंकज यादव ने इस प्रकरण में मुख्य सचिव,सचिव मानव संसाधन विभाग,निदेशक प्राथमिक शिक्षा,डीसी लातेहार,डीसी जामताड़ा,डीसी गढ़वा सहित डीजीपी को प्रतिवादी बनाया है.
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