Ranchi: राजधानी के मोरहाबादी स्थित इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम में मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 118वीं जयंती मनाई गई. इस दौरान नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों ने जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर राजधानी रांची में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. मोरहाबादी स्थित इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम में जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. इस दौरान खेल निदेशक जीशान कमर समेत खेल जगत से जुड़े कई लोग शामिल हुए.
118वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे लोग
जयपाल सिंह मुंडा के जयंती के अवसर पर खेल निदेशक जीशान कमर, हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोला नाथ सिंह, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और पूर्व ओलंपियन सिलवानुस डूंगडुंग, मनोहर टोपनो समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए और जयपाल सिंह मुंडा को याद किया.
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कोरोना संक्रमण के कारण नहीं हो सका हॉकी प्रतियोगिता
हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस वर्ष जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया. दूसरी और अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम का टर्फ भी खराब हो चुका है. इस मामले को लेकर खेल निदेशक से बातचीत की गई है. उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट तैयार हो गया है. जल्द ही इसे बदला जाएगा. वहीं दोनों अंतरराष्ट्रीय पूर्व ओलंपियन ने जयपाल सिंह मुंडा को इस विशेष मौके पर याद कर नमन किया.
झारखंड में जयपाल सिंह मुंडा का जन्म सौभाग्य की बात- मनोहर टोपनो
पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा से प्रेरणा लेते हुए अंतरराष्ट्रीय पटल पर लोगों के जेहन में आए हैं. हॉकी को करीब से जाना है. उनके बताए गए रास्ते पर चलकर वह ओलंपिक तक का सफर भी तय कर चुके है. आज झारखंड के तमाम लोग एक अच्छे प्लेयर के तौर पर और एक अच्छे लीडर के रूप में उन्हें याद कर रहे हैं. हमारे लिए गर्व की बात है कि झारखंड में वह जन्मे और झारखंड के धरोहर को बचाने में सहभागी भी बने. जयपाल सिंह मुंडा के बताए रास्ते पर चलकर ही झारखंड के हॉकी खिलाड़ी आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी लोहा मनवा रहे हैं.
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जयपाल सिंह मुंडा ने आदिवासी के जीवन शैली को विश्व पटल पर रखने का काम किया
मंडर बंधु तिर्की ने कहा कि मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की पूरे विश्व में एक अलग पहचान है. आदिवासियों के जीवन शैली को विश्व पटल पर रखने का काम जयपाल सिंह मुंडा ने किया था. आज नई पीढ़ी को उनके बताए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है. जयपाल सिंह मुंडा के बताए मार्ग पर चलकर ही आदिवासी समाज का उत्थान हो सकता है. उन्होंने कहा कि उतार-चढ़ाव के बाद भी जयपाल सिंह मुंडा ने आदिवासियों की बात को संसद सभा में रखा था.
सभी गुण के धनी थे मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा-जीशान कमर
खेल निदेशक जीशान कमर ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा की आज जयंती है. झारखंड की धरती जयपाल सिंह मुंडा के जन्म से गौरवान्वित है. उन्होंने समाज की सेवा करते हुए प्रशासनिक क्षेत्र में भी भूमिका अदा किया था. जयपाल सिंह मुंडा झारखंड के सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने सभी क्षेत्रों में अपना उम्दा प्रदर्शन किया है.
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