Ranchi : सदर अस्पताल, रांची ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है. अस्पताल में पहली बार जबड़े (मैक्सिलोफेशियल) और जटिल रीढ़ की हड्डी की सर्जरी सफलतापूर्वक की गई. सड़क दुर्घटना में घायल एक मरीज के निचले जबड़े में फ्रैक्चर हुआ था. मरीज को दर्द और सूजन की शिकायत थी. इस पर डॉ ऋचा शर्मा की देखरेख में ORIF विथ प्लेटिंग और मैक्सिलोमैंडिबुलर फिक्सेशन जनरल एनेस्थीसिया के तहत सफलतापूर्वक किया गया. सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने इ डॉ ऋचा शर्मा और सर्जरी विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है.
इसी क्रम में ऑर्थोपेडिक्स विभाग की टीम ने भी जटिल रीढ़ की हड्डी की सर्जरी में सफलता पाई. 48 वर्षीय मरीज, जो आर्थिक रूप से बेहद गरीब है, ऊंचाई से गिरने के कारण गंभीर चोटों से पीड़ित था. उसकी रीढ़ की हड्डी में कई फ्रैक्चर और डिसलोकेशन हो गया था, जिसके कारण वह पैरालिसिस का शिकार हो गया. डॉ मुज़म्मिल और डॉ प्रभात के नेतृत्व में सर्जिकल टीम ने डी9 से एल3 तक पाँच स्तरों पर पेडिकल स्क्रू फिक्सेशन और डी11 से एल1 तक लैमिनेक्टॉमी की. सर्जरी के दौरान सभी पैरामीटर स्थिर रहे और मरीज को सुरक्षित पोस्ट-ऑप वार्ड में शिफ्ट किया गया.
इस सर्जरी में डॉ समीऱ और संजू ने सहायक के रूप में, डॉ वसुंधा और डॉ दीपक ने एनेस्थीसिया टीम में और नीलम व मुकेश ने नर्सिंग सपोर्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. टीम ने उत्कृष्ट समन्वय और दक्षता का प्रदर्शन किया. डॉ प्रभात ने कहा कि यह सफलता न केवल सदर अस्पताल के लिए गौरव का विषय है बल्कि गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए भी बड़ी राहत है. अब ऑर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा रीढ़ की हड्डी की सर्जरी शुरू होने से गरीब मरीजों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण इलाज मिलेगा और प्रतीक्षा सूची भी कम होगी.
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