जेएससीए अध्यक्ष संजय सहाय ने कहा – नोटिस भेजे जाने की जानकारी नहीं
Vinit Abha Upadhyay
Ranchi : झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) की वर्तमान कमिटी और जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत अमिताभ चौधरी के परिजन अमिताभ चौधरी की स्वर्ण जड़ित प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव आने से पहले आमने- सामने दिख रहे हैं. अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने कड़ा विरोध जाहिर करते हुए जेएससीए के सचिव देबाशीष चक्रवर्ती को अपने वकील के माध्यम से नोटिस भेजा है. अभिषेक चौधरी ने अपने नोटिस में स्वर्ण जड़ित प्रतिमा लगाए जाने के प्रस्ताव को दिवंगत अमिताभ चौधरी के परिवार एवं परिजनों ने उनके जीवन मूल्यों, आदर्शों और संघर्षों पर कड़ा प्रहार बताया है. परिवार ने जेएससीए के सचिव को नोटिस भेजकर गंभीर आपत्ति जताई है. साथ ही कुछ आवश्यक जानकारियां भी मांगी है, ताकि स्वर्गीय अमिताभ चौधरी की विरासत को अक्षुण्ण रखा जा सके एवं उनके आदर्शों के अनुरूप कार्यों द्वारा ही उनको श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके.
नोटिस का जवाब 7 दिनों के अंदर मांगा
अभिषेक चौधरी ने बताया कि स्वर्गीय अमिताभ चौधरी व्यक्ति पूजा एवं बाहरी आडंबर के गंभीर विरोधी थे. उनके लिए कर्म ही पूजा था. अपने पूरे जीवन में उन्होंने सिर्फ परिणाम में विश्वास किया. वह आडंबर के खिलाफ थे. इसलिए उनकी पुण्यतिथि पर इस तरह की प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा करना उनकी स्मृति को धूमिल करने के साथ-साथ उनकी बौद्धिक संपदा को भी दागदार करने की कोशिश करने जैसा होगा. इसलिए ऐसी कोई घोषणा न की जाए. अभिषेक चौधरी ने जेएससीए सचिव देबाशीष चक्रवर्ती से नोटिस का जवाब 7 दिनों के अंदर मांगा है.
प्रतिमा लगाने पर अभी अंतिम फैसला नहीं- जेएससीए अध्यक्ष
इधर, इस मामले में जेएससीए के अध्यक्ष संजय सहाय ने कहा कि स्वर्गीय अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाने पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है. 16 अगस्त को कमिटी ऑफ मैनेजमेंट की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लगेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में स्व अमिताभ चौधरी के पुत्र अभिषेक चौधरी द्वारा नोटिस भेजे जाने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
16 अगस्त की बैठक में इस पर मुहर लग सकती है- जेएससीए के कोषाध्यक्ष
इस सिलसिले में जेएससीए के कोषाध्यक्ष राजीव बदान ने कहा कि प्रतिमा लगाने का प्रपोजल सभी कमेटी मेंबर का है. अमिताभ चौधरी के देहांत के बाद ही यह निर्णय लिया गया था. 16 अगस्त की बैठक में इस पर मुहर लग सकती है. हालांकि कई और कंपनियां हैं, जो इस तरह की मूर्ति बनाने का काम करती हैं. उनके प्रपोजल को देखने के बाद ही कमेटी द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा. वहीं इस सिलसिले में कोई नोटिस भेजे जाने की बात से उन्होंने अनभिज्ञता जतायी. कहा कि अमिताभ सर तो सभी के थे. इस पर किसी की आपत्ति कैसे हो सकती है. जेएससीए के सचिव देवाशीष चक्रवर्ती से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
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