Ranchi : सोमवार को द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर आशा लकड़ा भी शामिल हुईं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पूरे देश के लिए यह स्वर्णिम पल था. खासकर आदिवासी समाज के लिए यह गौरव का दिन रहा. देश में पहली बार एक आदिवासी महिला ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली है. भाजपा ने यह साबित कर दिया कि अब जनजातीय समाज के लोग भी सम्मानित पद पर आसीन होंगें।.मैं आज बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रही हूं.
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जोहार-नमस्कार से द्रौपदी मुर्मू का संबोधन
देश के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमना ने आज संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक समारोह में द्रौपदी मुर्मू को 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई. इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा, “आज़ाद भारत में जन्मी मैं पहली राष्ट्रपति हूं. मेरे निर्वाचन में गरीबों का आशीर्वाद शामिल है.” उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत जोहार, नमस्कार कहकर की.
द्रौपदी मुर्मू ने सांसदों-विधायकों का आभार व्यक्त किया
द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं. आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है.” उन्होंने कहा, “मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा.” “ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है.”
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