Ranchi : मेकॉन लिमिटेड ने कई गांवों को गोद लिया है, जिसमें वह सामाजिक और शैक्षणिक कार्य कर रहा है. युवाओं, महिलाओं को तकनीकी से जोड़कर उन्हें रोजगार के लिए तैयार कर रहा है. आज तकनीक का जमाना है और ऐसे में युवाओं का हुनरमंद होना बहुत महत्त्वपूर्ण है. इस दिशा में भी मेकॉन की कोशिश जारी है. मेकॉन ने हाल में ही कार्यक्रम “कौशल विकास और आजीविका संवर्धन” के तहत गोद लिए गांवों के युवाओं के कौशल का विकास कर उन्हें रोजगार से जोड़ने की अहम पहल की है. शनिवार को प्रशिक्षण पूरा होने पर मेकॉन प्रबंधन, झारखंड गवर्नमेंट टूल रूम (जेजीटीआर), टाटीसिल्वे व सेंटर इंस्टीट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल्स एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट), हेहल की ओर से प्रमाणपत्र वितरण सह समापन समारोह का आयोजन किया गया. मेकॉन के वित्त निदेशक आरएच जुनेजा ने प्रमाण पत्र का वितरण किया. कहा कि गोद लिए हुए गांवों की महिलाओं एवं युवाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में मेकॉन सतत प्रयासरत है. मेकॉन इन गांवों के लोगों के लिए सिलाई, कढाई, पढ़ाई एवं अन्य कार्यों में प्रशिक्षण हेतु कार्यक्रम करता रहा है.
कई युवाओं को अन्य शहरों में रोजगार मिला
अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के माध्यम से मेकॉन अधिक से अधिक युवक एवं युवतियों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रहा है. उनको सक्षम बना कर देश को आत्मनिर्भर बनाने की तरफ मेकॉन की एक और सफल कोशिश है. प्रशिक्षण के पश्चात देश के अलग अलग शहरों जैसे- पुणे, अहमदाबाद, फरीदाबाद, आदि में इन युवाओं ने रोजगार प्राप्त किया है.
खूंटी जिला में सुंगी व राय गांव को लिया है गोद
मेकॉन ने खूंटी जिला के अंतर्गत अपने गोद लिए हुए गावों सुंगी व राय के युवाओं को झारखंड गवर्नमेंट टूल रूम (जेजीटीआर), टाटीसिल्वे व सेंटर इंस्टीट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल्स एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट), हेहल में वेल्डिंग तकनीशियन कोर्स एवं मशीन ऑपरेटर, प्लास्टिक प्रोसेसिंग एवं इंजेक्शन मोल्डिंग का प्रशिक्षण दिलवाया है.
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