11 के मालिक ने DIG संजीव कुमार, व्यवसायी मनोज व मीतू अग्रवाल के खिलाफ दर्ज की ऑनलाइन शिकायत
2006 में लोगों को रुगड़ी गड़ा से हटाया गया था
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले उन्हें पहले रुगड़ी गड़ा में झोपड़ियों में रखा गया था. लेकिन 2006 में उन्हें वहां से हटा दिया गया था. इसके बाद सभी लोग अलग-अलग स्थानों पर किराये पर रहने लगे. बताया कि अस्लम बस्ती के लोगों को 2011 में 22 फ्लैट आवंटित किये गये थे, जिनमें से 5 फ्लैटों में लगभग 30-40 लोग रहते हैं. बनस तालाब के किनारे रहने वाले लोगों को 7 फ्लैटों में जगह दी गयी थी. लगभग 4 फ्लैटों में बाहरी लोग रह रहे हैं, जबकि बाकी 6 फ्लैटों में स्थानीय आदिवासी लोगों का कब्जा है. इन फ्लैटों में सैकड़ों परिवार पिछले 10 साल से रह रहे थे. लेकिन अचानक नगर निगम ने इन फ्लैटों को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है. इससे वो सड़क पर आ गये हैं.https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-19.jpg">
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फ्लैट आवंटित करने को लेकर निगम ने मांगे हैं आवेदन
नगर निगम के सहायक प्रशासक चंद्रदीप कुमार और सिटी प्रबंधक अफताब आलम ने कहा कि मधुकम में अस्लम बस्तियों के रहने वालों के लिए 336 फ्लैट बनाये गये हैं, जिनमें से 140 फ्लैट खाली हैं. वहीं रुगड़ी गड़ा में 352 फ्लाइट बनाये गये हैं, जिनमें से 92 फ्लैट खाली हैं. फ्लैट आवंटित करने को लेकर लोगों से आवेदन मांगे गये हैं. आवेदन मिलने के बाद इस पर निर्णय लिया जायेगा. इसे भी पढ़ें - लातेहार">https://lagatar.in/two-militants-surrendered-before-latehar-sp/">लातेहारएसपी के समक्ष दो उग्रवादियों ने किया आत्मसमपर्ण