Ranchi : शहर के सभी ओला, ऊबर और रैपिडो कैब ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है. ड्राइवरों का आरोप है कि ये कंपनियां केवल ग्राहकों के हित में फैसले लेती हैं, जबकि उन्हीं ड्राइवरों की अनदेखी करती हैं जिनकी मेहनत से ये कंपनियां चल रही हैं.
ड्राइवरों ने कहा कि कंपनियों की नीतियों के कारण वे कर्ज में डूब चुके हैं. पहले जब केवल एक कंपनी थी, तब उनकी आमदनी स्थिर रहती थी, लेकिन कई कंपनियों के आने से बुकिंग कम हो गई और आपसी प्रतियोगिता बढ़ने से उनकी स्थिति खराब हो गई है.
ड्राइवरों का कहना है कि कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है, कोई कंपनी ₹10 प्रति किलोमीटर देती है तो कोई ₹8, जबकि इस दर पर ईंधन और गाड़ी की देखरेख का खर्च तक नहीं निकलता.
ड्राइवरों ने अपनी प्रमुख मांगें रखी हैं
. 'वन बुकिंग, वन डिवाइस' प्रणाली की वापसी ताकि फर्जी बुकिंग और अनुचित प्रतिस्पर्धा रोकी जा सके.
. किराए की दरों में सुधार, जिससे ड्राइवरों को पहले की तरह ₹35–₹40 प्रति किलोमीटर का उचित भुगतान मिले.
. पुराना रिचार्ज सिस्टम और कमीशन मॉडल वापस लागू किया जाए, जिसमें ड्राइवरों को 26% कमीशन पर काम करने की सुविधा थी और CL (क्रेडिट लिमिट) रखने का अधिकार मिलता था.
ड्राइवरों ने चेतावनी दी है कि जब तक कंपनियों का कोई प्रतिनिधि आकर वार्ता नहीं करता और उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. उनका कहना है कि यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो वे ओला, ऊबर और रैपिडो का पूरी तरह बहिष्कार करेंगे.
इस हड़ताल का असर शहरवासियों पर साफ देखा जा रहा है. ऐप पर बुकिंग स्वीकार नहीं हो रही है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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