2016 में हुआ था चयन
बता दें कि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का चयन 2016 में रघुवर सरकार के समय किया गया था. इनकी संख्या लगभग 18,000 है. पंचायत में मुखिया फंड से होने वाले विकास कार्यों का ये देखभाल किया करते हैं. इनके काम के लिए इनको प्रोत्साहन राशि दी जाती थी. स्वयं सेवकों की नियुक्ति के उपरांत लगभग 15 विभागों के कार्य को संचालित करने के लिए स्वयंसेवकों को जोड़ा गया था. सभी विभागों के पदाधिकारियों के द्वारा पंचायत स्तर पर चल रही योजनाओं को पूरा कराने में स्वंयसेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं है. इसे भी पढ़ें-बहरागोड़ा">https://lagatar.in/baharagora-confiscated-sand-laden-highway-on-nh-18-driver-arrested-case-registered-against-highway-owner/">बहरागोड़ा: एनएच-18 पर बालू लदा हाइवा जब्त, चालक गिरफ्तार, हाईवा मालिक पर मामला दर्ज
पंचायत स्वयंसेवकों की मांगें
- स्वयंसेवकों को मानदेय दिया जाए.
- स्वयंसेवकों की सेवा स्थाई की जाए .
- पंचायत सचिवालय स्वयंसेवको का नाम हटाकर पंचायत सहायक किया जाए.