मांग करने के बावजूद ना तो इस ट्रेन का फेरा बढ़ाया और ना ही पर्व त्योहार के दिनों में इसकी बोगियां बढ़ाई गईं.
मिथिलांचल के यात्रियों के लिए एकमात्र सहारा
रांची के यात्रियों के अनुसार मिथिलांचल जाने के लिए यह ट्रेन उनका एकमात्र साधन है. उन्होंने कहा कि इसलिए इससे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. समय पड़ने पर सामाजिक संगठनों के नेतृत्व में वह इसके लिए आंदोलन तक करने को तैयार हैं. यात्रियों ने रांची- जयनगर को पुराने रूट पर ही चलाने की मांग की है.इसे भी पढ़ें- जयनगर">https://lagatar.in/ranchi-residents-will-protest-against-extending-jaynagar-express-to-rourkela/17888/">जयनगर
एक्सप्रेस को राउरकेला तक बढ़ाने का रांचीवासी करेंगे विरोध
रेलवे की नजर में यह ट्रेन हमेशा उपेक्षित
यात्रियों ने तो यह भी कहा कि जून 2017 में धनबाद में कोयले की खदान धंसने के बाद बंद हुई इस ट्रेन को रेलवे ने सबसे पीछे चलाया. इसमें भी ट्रेन की बोगियां कम कर दी गई. इस ट्रेन से अधिकांश मिथिलांचल के लोग ही आवाजाही करते हैं. ना केवल मिथिलांचल बल्कि नेपाल के जनकपुर और उसके आसपास इलाकों के लोग भी इस ट्रेन से बड़ी संख्या में सफर करते हैं.यात्रियों ने की रांची से ही ट्रेन को चलाने की मांग
यात्रियों ने कहा कि मिथिलांचल जाने वाली एकमात्र ट्रेन रांची जयनगर के यात्रियों के साथ रेलवे ने छल किया है. वह इस निर्णय को तत्काल बदले. -दिनेश झा, लाइन तालाब, चडरी उन्होंने कहा कि रेलवे ऐसा कैसे कर सकती है. जबकि यात्री संगठनों ने लगातार">http://lagatar.in">लगातारइसके फेरे और बोगियों को बढ़ाने की लगातार मांग करती रही है. इसके परिचालन में भी रेलवे हमेशा गड़बड़ी करती रही है.
alt="Lagatar.in" width="323" height="498" /> -श्याम सुंदर सिंह, मोराबादी रांची जयनगर ट्रेन मिथिलांचल की अंतिम सीमा तक जाने वाली एकमात्र ट्रेन है. शुरुआती दिनों से ही इस ट्रेन में भीड़ है. लेकिन रेलवे की ओर से इस ट्रेन के प्रति अच्छा व्यवहार नहीं रहा.
इसे भी पढ़ें- रांची-जयनगर">https://lagatar.in/the-expansion-of-ranchi-jayanagar-express-will-increase-the-hassle-for-passengers-now-the-train-will-deparch-from-rourkela/17362/">रांची-जयनगर
एक्सप्रेस के विस्तार से यात्रियों की बढ़ेगी परेशानी, अब राउरकेला से खुलेगी ट्रेन
alt="Lagatar.in" width="721" height="1280" /> - जयंत झा, कोकर, रांची रांची से यात्रियों की कम उपलब्धता की बात बेमानी है. सामान्य दिनों में तो हर ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में कमी आती है. रेलवे केवल बहाना बना रही है.
alt="Lagatar.in" width="362" height="481" /> -गौरीशंकर खां मोरहाबादी रेलवे लोकतांत्रिक ढंग से मांगी जा रही मांगों के प्रति अब तक उदासीन रही है. अब समय आ गया है कि इसकी मन मर्जी के खिलाफ लंबी संघर्ष की जाये.
alt="Lagatar.in" width="472" height="680" /> -विश्व मोहन झा, ऑफिसर्स कॉलोनी चडरी रांची रेलवे की इस राजनीति को समझने की जरूरत है. झारखंड के मुख्यमंत्री और सांसदों को इस मामले पर हस्तक्षेप करना चाहिए.
alt="Lagatar.in" width="433" height="573" /> -अमरेंद्र झा, पिस्का मोड़, रांची

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