Ranchi : रांची पुलिस दो साल में एक हादसे की जांच पूरी नहीं कर पाई है. 22 जून 2019 को पार्थिव साह नाम के एक 12 साल के बच्चे की शहर के प्रसिद्ध न्यूक्लियस मॉल के एस्केलेटर से गिरकर मौत हो गयी थी. इस मामले में सिर्फ 4 बिंदुओं पर जांच करनी थी. लेकिन 2 साल बाद भी जांच चल ही रही है. पार्थिव के पिता राजकुमार साह ने आरोप लगाया है कि घटना वाले दिन मॉल में सेफ्टी नेट नहीं था. एस्केलेटर की स्पीड और उंचाई ज्यादा थी. एंबुलेंस और चिकित्सा की व्यवस्था नहीं थी और न ही प्रशिक्षित गार्ड तैनात था. कायदे से इन चार बिंदुओं पर जांच करने में पुलिस को 10 दिन से ज्यादा समय नहीं लगता. आखिर क्या वजह है कि दो साल से जांच लटकी हुई है.
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रसूख के आगे नतमस्तक हो गयी पुलिस : राजकुमार साह
नेवी से रिटायर्ड पार्थिव के पिता राजकुमार साह ने आरोप लगाया है कि मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल रसूख वाले व्यक्ति हैं. इसलिए मामले को पुलिस ने लटका कर रखा है. थक-हारकर अब उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बेटे को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है. पार्थिव की मां दुर्गा साह भी पुलिस डिपार्टमेंट में ही है. कोतवाली थाना में दारोगा दुर्गा साह आये दिन केस का स्टेट्स जानने लालपुर थाना जाती हैं, लेकिन वहां उसे निराशा ही हाथ लगता है. वरीय अधिकारी 2 साल से सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं.
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जानकारी देने से कतरा रहे हैं पुलिस के पदाधिकारी
रांची पुलिस ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है. पुलिस के पदाधिकारी केस से संबंधित जानकारी देने से कतरा रहे हैं. लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह इस केस के आइओ हैं. केस के करंट स्टेटस के बारे में जानने के लिए उनसे कई बार बात करने की कोशिश की गयी. उन्होंने हर बार टाल-मटोल कर फोन काट दिया. वहीं केस के सुपरविजन ऑफिसर सिटी डीएसपी दीपक कुमार से जब संपर्क किया गया, तब उन्होंने कहा कि उन्हें पदभार ग्रहण किये ज्यादा समय नहीं हुआ है. मामला देखने के बाद ही बता पायेंगे.