निराशा से निकालने में मदद करेगा
प्रोजेक्ट सृजन डायरेक्टर चैत्रा ने बताया कि योग, सुदर्शन क्रिया उन्हें मानसिक तौर पर गुस्सा, अवसाद, दुःख और निराशा से निकालने में मदद करेगा, खेल के मध्यम से उनका स्वास्थ्य अच्छा होगा, साथ ही क्ले आर्ट उनमें सृजनात्मकता लाने और भावनाओं पर नियंत्रण करने में मदद करेगा. वोकेशनल स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग उन्हें एक अच्छे भविष्य के लिए तैयार करेगा, जिससे जेल से बाहर निकलने के बाद वो अपने लिए रोजगार सृजन कर सकें.महिला बंदियों को प्रेरित किया
जेलर नसीम अहमद ने आर्ट ऑफ लिविंग के जेल में चल रहे कार्यक्रम की प्रशंसा की और महिला बंदियों को बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा लेने को प्रेरित किया. साथ ही जेल प्रशासन की तरफ से हरसंभव सहयोग देने की बात कही. आर्ट ऑफ लिविंग और जेल प्रशासन के सहयोग से पिछले 4-5 साल से जेल में विभिन्न स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग का काम चल रहा है. इसे भी पढ़ें – रांची">https://lagatar.in/ranchi-consensus-on-eight-points-in-the-meeting-of-district-education-establishment-committee/">रांची: जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में आठ बिंदुओं पर सहमति [wpse_comments_template]
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