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- अधिग्रहित जमीन पर दिनेश अग्रवाल एंड संस कंपनी को नहीं करने दे रहे काम
- थाना, पुलिस, मजिस्ट्रेट सब ले जाकर थक गया जुडको
- 2018 में जमीन की गई थी अधिग्रहित, अबतक रैयतों ने कब्जा रखा है बरकरार
- अधिग्रहित जमीन पर एक रैयत ने शुरू कर दिया है बाउंड्री निर्माण
Satya Sharan Mishra
Ranchi: रांची के कांटाटोली फ्लाईओवर का निर्माण दो रैयतों के विरोध के कारण प्रभावित हो गया है. बहु बाजार के पास निर्माण कार्य रुक गया है. 198 करोड़ के कांटाटोली प्रोजेक्ट को अप्रैल 2024 तक कंप्लीट करना है. फ्लाईओवर के दोनों तरफ का काम तेजी से चल रहा है. कांटाटोली चौक के पास गाडर पर सेग्मेंटल बॉक्स रखे जा चुके हैं, लेकिन बहु बाजार से पहले वाईएमसीए के बाउंड्री से सटे एक रैयत (अनुपम रावना) और एचपीएसीए पेट्रोल पंप के मालिक (राबर्ट मिंज) के विरोध के कारण तीन पीलरों के बीच का पूरा काम बंद है. जब भी काम करने वाली कंपनी (दिनेश अग्रवाल एंड संस) यहां काम करना शुरू करती है, तब ये दोनों रैयत विरोध और हंगामा शुरू कर देते हैं. इस वजह से हर बार काम रोकना पड़ता है. दर्जनों बार कंपनी ने काम शुरू करने की कोशिश की. मजिस्ट्रेट, पुलिस, इंफोर्समेंट टीम सबको तैनात करके काम शुरू करने की कोशिश की गई, लेकिन रैयतों ने काम शुरू नहीं होने दिया, जबकि बाकी रैयत साल भर पहले ही कब्जा हटा चुके हैं. दोनों रैयतों का कहना है कि जबतक हाथ में मुआवजा नहीं मिल जाता तबतक कब्जा नहीं छोड़ेंगे.
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एंट्री-एक्जिट रैंप, कलवर्ट, पाइपलाइन का काम बंद
जिस जगह पर काम रूका हुआ है वह काफी महत्वपूर्ण जगह है. यहीं से खादगढ़ा, नामकुम और लालपुर चौक जाने के लिए एक्जिट रैंप बनाया जाना है. खादगढ़ा बस स्टैंड से निकलने वाली गाड़ियों के लिए इंट्री प्वाइंट भी यहीं बनेगा. यहां दो कलवर्ट का भी निर्माण किया जाना है. पाइपलाइन भी बिछानी है और सड़क का निर्माण करना है, लेकिन दोनों रैयतों के विरोध के कारण यह काम बंद पड़े हैं. तीन पिलरों का काम भी रूक गया है.
डेढ़ साल से दोनों रैयतों से त्रस्त है कंपनी
रैयतों ने जुडको से कब्जा हटाने के लिए समय मांगा. उन्हें समय भी दिया गया. कंपनी दूसरी तरफ फ्लाईओवर का निर्माण करने में लगी रही. इसी दौरान अनुपम रावना ने अपने घर के सामने अधिग्रहित जमीन पर चाहरदीवारी करना शुरू कर दिया. मामले की सूचना मिलने के बाद मंगलवार को जुडको की टीम पहुंची. पुलिस भी आई. रैयत के परिवार ने हंगामा शुरू कर दिया और फिर से जमीन की मापी कराने की मांग शुरू कर दी. पुलिस ने फिलहाल काम करने वाली कंपनी और रैयत दोनों को वहां काम बंद करने को कहा है. इससे पहले पेट्रोल पंप के सामने अधिग्रहित जमीन पर पेड़ों को काटने को लेकर पेट्रोल पंप के मालिक राबर्ट मिंज ने काम करने वाले मजदूरों को धमकाया था.
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2018 से 2023 तक कई बार हुई मापी
जुडको का कहना है कि 2018 में ही रैयतों को मुआवजा मिल चुका है, फिर भी वे कब्जा नहीं हटा रहे हैं. वहीं रैयतों का कहना है कि उन्हें मुआवजा नहीं मिला है. कंपनी के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 2018 से 2023 के बीच कई बार जिला प्रशासन, जुडको और नगर निगम के अमीन की टीम बनाकर जमीन की मापी की गई. हर बार दोनों रैयत जमीन मापी कराने की मांग शुरू कर काम को प्रभावित कर देते हैं. कंपनी का काम सिर्फ निर्माण से संबंधित है. रैयतों के मुआवजा से संबंधित काम जिला प्रशासन और भू-अर्जन विभाग देखती है. ये लोग वहां अपनी बात नहीं रखकर सरकारी काम में बाधा डालकर विकास को बाधित कर रहे हैं.
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