Ranchi: केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के तत्वावधान में उप कार्यालय पिस्का मोड़ रांची में प्राकृतिक महापर्व सरहुल पूजा की तैयारी को लेकर बैठक हुई. अध्यक्षता करते हुए शिवा कच्छप ने कहा कि सरहुल पारंपरिक एवं सांस्कृतिक रूप से मनाया जाएगा. 9 अप्रैल को उपवास, 10 अप्रैल को घर में पूजा पाठ, 11 अप्रैल को सरहुल शोभायात्रा निकाली जाएगी. जुलूस में सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की जाएगी. इसके लिए सरना धर्मावंलम्बियों के हाथ में सरना कोड की तख्तियां रहेंगी. लोग नाचगान करते हुए सरना स्थल सिरोम टोली पहुंचेंगे.
संगीता गाड़ी ने कहा कि सरहुल में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक वेश भूषा और वाद्ययंत्रों के साथ शोभायात्रा में शामिल होगें. महिलाएं लाल पाड़ साड़ी पहनेंगे. पुरुष धोती-गंजी का प्रयोग करेंगे. 12 अप्रैल को गांव में सभी घरों में फुलखोसी की जाएगी. बैठक में संगीता गाडी, सती तिर्की, अनीता उरांव, शोभा तिर्की, बसंती कुजूर, भानू उरांव, गुड्डू उरांव, कुलदीप उरांव, कुईली उरांव, पार्वती लकड़ा समेत अन्य शामिल थे.