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रांची स्मार्ट सिटी: 24 घंटे निगरानी में राजधानी, 40 RLVD, 41 ANPR, 81 सर्विलांस कैमरे से बचना है मुश्किल

Ranchi: राजधानी के सारे प्रमुख सड़क और चौक-चौराहे निगरानी में हैं. शहर के अंदर हो रही सारी गतिविधियां रिकॉर्ड हो रही हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर 24 घंटे है. इंपैक्टफुल प्रोजेक्ट ऑफ स्मार्ट सिटी के तहत राजधानी के 40 जंक्शन पर ATCS यानी ऑटोमेटिक ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाये गये हैं. 41 लोकेशन पर ANPR यानी ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन मशीन लगाये गये हैं. जबकि 40 जगहों पर RLVD यानी रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर लगाये गये हैं. क्राइम कंट्रोल के लिए 81 लोकेशन पर सर्विलांस कैमरा लगाये गये हैं. 50 जगहों पर वैरिएबल मैसेज साईन बोर्ड लगाये गये हैं. 50 पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाये गये हैं. इससे आपदा, महामारी को लेकर लोगों को जागरूक और अलर्ट किया जा रहा है. आपात स्थिति पर पुलिस और जनता को भी इस सिस्टम अलर्ट जारी करने की व्यवस्था है. स्मार्ट सिटी में बने कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर से सारे सिस्टम को ऑपरेट किया जा रहा है. 165 करोड़ रुपये से बना यह सिस्टम 24 घंटे काम कर रहा है. सुरक्षा,स्वास्थ्य संबंधी सुविधा,अग्निशमन सुविधा, रांची नगर निगम और स्मार्ट सिटी से जुड़ी समस्याओं का इससे समाधान हो रहा है. इसे भी पढ़ें - हिनू">https://lagatar.in/people-of-hinoos-bandhu-nagar-filed-a-petition-in-hc-demanding-a-ban-on-encroachment-campaign/121857/">हिनू

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ऑटोमेटिक ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम

राजधानी में 40 जगहों पर ATCS लगाया गया है. यह ऑटोमेटिक भीड़ के हिसाब से ट्रैफिक सिग्नल के विभिन्न रंगों के लिए समय निर्धारित कर ट्रैफिक का संचालन कराता है. इससे बेवजह लोगों को सिग्नल पर 3 मिनट से ज्यादा नहीं रुकना पड़ता है. इस सिस्टम के तहत जिस रुट में ट्रैफिक डेन्सिटी ज्यादा होगी उधर के मार्ग को ज्यादा समय दिया जाएगा और जिधर कम होगा उस रुट को कम समय मिलेगा.

रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर

चौक-चौराहों पर सिग्नल तोड़ने वाले वाहन चालकों को पकड़ने के लिए RLVD कैमरे लगाए गए हैं. राजधानी में 40 जगहों पर ये रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर के रुप में काम कर रहे हैं.

ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन

यह एक प्रकार का विशेष कैमरा है, जिससे गाड़ियों का नंबर प्लेट रीड किया जा रहा है. शहर में 41 लोकेशन पर लये लगाये गये हैं. क्राइम या एक्सिडेंट कर भाग रहे गाड़ी को इससे डिटेक्ट किया जा सकेगा.

स्पीड वायलेशन डिटेक्टर

राजधानी की सड़कों पर मनचले अक्सर रश ड्राइविंग करते दिख जायेंगे. इन्हें पकड़ने और रश ड्राइविंग पर नकेल कसने के लिए शहर के 10 सड़कों पर एसवीडी लगाये गये हैं. ये हाई स्पीड वाली गाड़ियों की पहचान करते हैं.

सीसीटीवी सर्विलांस

क्राइम कंट्रोल के लिहाज से जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे काफी दूर से भी किसी भी संदिग्ध की पहचान कर सकते हैं. इसके लिए मुख्य रुप से पीटीजेड,360 डिग्री कैमरे और फिक्स बॉक्स कैमरों का इस्तेमाल किया गया है.

इमरजेंसी कॉल बॉक्स

राजधानी में 50 जगहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाया गया है. किसी भी आपात स्थिति में पुलिस, स्वास्थ्य सेवा, अग्निशमन या अन्य सेवा की जरुरत है, तो चौराहों पर लगे पीले रंग के बॉक्स का बटन दबाइए. कंट्रोल रुम से प्रतिनिधि आपसे बात करेंगे मदद की जाएगी.

वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड

पूरे शहर को एक बार में कोई सूचना देना हो या सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 50 चौराहों पर वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड लगाए गए हैं. ये एक एचडी एलइडी हैं, जिसपर मुख्य जानकारी डिस्पले किया जा सकता है. इसका रिजोल्यूशन ऑटोमेटिक दिन और रात के हिसाब से एडजस्ट होते रहता है.

पब्लिक एड्रेस सिस्टम

सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार, आपदा, महामारी में लोगों को जागरूक और अलर्ट करने के लिए यह सिस्टम 50 जगहों पर लगाया गया है. किसी बड़ी घटना पर यह पुलिस और आम लोगों को अलर्ट भी कर सकता है. इसे भी पढ़ें - अब">https://lagatar.in/now-competitive-examinations-of-jssc-will-be-held-in-a-single-phase/121830/">अब

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