Ranchi : लॉकडाउन की हकीकत जानने निकले रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा से हवलदार ने ई-पास मांग दिया. यह मामला बीते 16 मई का है, जब एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा अपनी निजी गाड़ी से लॉकडाउन की हकीकत जानने के लिए सिविल ड्रेस में निकले थे. इसी दौरान वो रात के करीब 8:30 बजे मुरी ओपी स्थित झारखंड-बंगाल बॉर्डर पर पहुंचे. बॉर्डर पर तैनात हवलदार जनार्धन मंडल अन्य पुलिसकर्मियों के साथ स्वाास्य्ल सुरक्षा सप्ताीह का सख्ती से पालन कराने में जुटे थे. हर आने-जाने वाले वाहन की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान रांची एसएसपी सुरेंद्र झा सिविल ड्रेस में अपनी निजी गाड़ी से वहां पहुंचे. हवलदार जनार्धन मंडल ने एसएसपी की गाड़ी को भी रोका और ई-पास की मांग की. ई-पास नहीं दिखाने पर उन्हेंी आगे जाने से रोक दिया. इस दौरान जनार्धन मंडल एसएसपी को पहचान भी नहीं पाये. हवलदार के इस काम से रांची एसएसपी काफी प्रभावित हुए और उनके हौसला अफजाई के लिए 500 रुपये का नगद पुरस्काअर देकर सम्माकनित किया.
लॉकडाउन की हकीकत जानने निकले थे एसएसपी
एसएसपी सुरेंद्र झा लॉकडाउन की हकीकत जानने निकले थे. उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी. जिले में लॉकडाउन का पालन सख्ती से हो रहा है, या नहीं इसकी हकीकत जानने के लिए एसएसपी सुरेंद्र झा 16 मई की रात अपने बॉडीगार्ड के साथ सिविल ड्रेस में निकले थे.
बेवजह सड़क पर घूमने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए
लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शनिवार की शाम पुलिस लाइन में सभी जिलों के डीएसपी, थाना प्रभारी, ट्रैफिक थाना प्रभारी को ब्रीफ दिया और लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया कि बेवजह सड़क पर घूमने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए. ऐसे लोग पकड़े जाते हैं तो उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई करें.
उन्होंने कहा कि 16 मई से स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान का कड़ाई से पालन करवाया जाएगा. इसके लिए सभी थानेदारों को विशेष हिदायत दी गई है. साथ ही ट्रैफिक पुलिस के जवानों को भी इस संबंध में ब्रीफ किया गया है. राजधानी में क्विक रिस्पॉन्स टीम बढ़ा दी गई है.
जिले में बनाये गये हैं 92 चेकिंग प्वाइंट
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि बढ़ाये जाने के बाद रांची जिला के सभी 92 चेकिंग प्वाइंट पर तीन शिफ्ट में जवान और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गयी है. इस दौरान जिला से बाहर आने-जाने वाले निजी वाहन सवारों के पास यदि ई-पास नहीं होगा या फिर बाहर से आनेवाले, यदि सही वजह नहीं बताने पर, जुर्माना वसूला जा रहा है. पास नहीं रहने पर उन्हें जिले से बाहर जाने से रोका जा रहा है.
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