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पेशाब की थैली के पास था छेद, किया जटिल ऑपरेशन
सर्जन डॉ अजीत कुमार ने कहा कि यह एक एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी मानी जाती है. जो चुनिंदा अस्पतालों में ही उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि महिला की पेशाब की थैली के पास छेद था, जिस कारण ऑपरेशन काफी जटिल था. लेप्रोस्कोपिक विधि के द्वारा पेट के अंदर जाकर छेद को बंद कर दो परतों के बीच जाली बिछाई गई. इसमें से एक परत यूरिनरी ब्लैडर की थी. चिकित्सकीय भाषा में इसे टीएपीई (ट्रांस एब्डोमिनल पार्शियली एक्स्ट्रा पेरीटोनियल) और टीएपीपी (ट्रांस एब्डॉमिनल प्री पेरिटोनियल) कहा जाता है. मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है. इसे भी पढ़ें- चतरा">https://lagatar.in/chatra-revelation-of-the-murder-case-in-itkhori-brother-in-law-was-killed-for-two-years-at-the-behest-of-the-sister/">चतरा: इटखोरी में हत्याकांड का खुलासा, बहन के इशारे पर दो सालों ने की थी जीजा की हत्या
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