Ranchi: राज अस्पताल में गुरुवार को मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. अभिषेक और उनकी टीम ने टीएमजे एंकिलोसिस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया. दरअसल, मरीज को बचपन में ही चोट लगने की वजह से ऊपर और नीचे का जबड़ा जुड़ गया था. उसकी उम्र बढ़ने लगी तो परेशानियां भङी बढ़ती गईं. हालत यह हो गई कि बच्चे का मुंह खोलना तक मुश्किल हो गया. बच्चे की परेशानी को देखते हुए परिजन उसे लेकर कई अस्पताल गए, लेकिन हर जगह उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा.
इस बीच बच्चे के परिजन को किसी ने राज हॉस्पिटल का सुझाव दिया, जिसके बाद परिजन राज हॉस्पिटल पहुंचे. राज में मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. अभिषेक और उनकी टीम ने मरीज को देखा. जिसमें पाया गया कि मरीज का मुंह एक एमएम से अधिक नहीं खुल पा रहा था. इस वजह से बच्चे को काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद तत्काल एनेस्थिसिया की डॉ फुजैल सरवर व टीम से संपर्क किया गया. तब डॉक्टरों ने उसकी सर्जरी करने की योजना बनाई. सर्जरी के बाद बच्चा अपना मुंह पूरी तरह से खोल पा रहा है. साथ ही साथ धीरे-धीरे बात भी कर रहा है. ऑपरेशन की सफलता पर परिजन का कहना है कि उन्हें तो उम्मीद ही नहीं थी. ऐसा लग रहा था कि जीवन भर उनका बच्चा ऐसे ही रहेगा, लेकिन डॉ अभिषेक ने इसे दूसरा जीवन दिया है. डॉ. अभिषेक ने बताया कि बच्चे को जो समस्या थी, उसे टीएमजे एंकोलॉसिस कहते हैं. इसमें मुंह खुलना बंद हो जाता है. हमने टीएमजे गैप आर्थरोप्लास्टी की है. पांच साल की उम्र में बच्चे को चोट लग गई थी. जिसके बाद इसे समस्या हुई थी. 6 घंटे की सर्जरी के बाद हमने सफल आपरेशन किया. साथ ही बताया कि यह झारखंड का संभवत: तीसरा केस होगा. इस बीमारी के इलाज में 1.5 लाख से 2 लाख रुपए तक खर्च आता है. वहीं समस्या गंभीर होने पर यह और बढ़ सकता है.
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