Ranchi : मेन रोड रांची में 10 जून को हुए हिंसक उपद्रव में छोटी मस्जिद हिंदपीढ़ी के रहने वाले नदीम अंसारी को गोली लगी थी. गोली नदीम के गर्दन के पिछले हिस्से से होते हुए उसके गले में आगे की ओर आकर फंस गयी थी. घटना के बाद रिम्स के इमरजेंसी में भर्ती कर उसका ऑपरेशन किया गया. लेकिन 9 दिन बीत जाने के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं होता देख परिजनों ने रिम्स के इलाज पर ही सवाल खड़े कर दिये हैं. नदीम की बड़ी बहन मुसर्रत परवीन ने चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिख कर उसकी बेहतर इलाज कराने की मांग की है.
बाहर से खरीदनी पड़ रही है दवा, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
मुसर्रत ने कहा कि पिछले 9 दिन में नदीम की स्थिति और खराब होते जा रही है. रिम्स के चिकित्सक साफ-साफ कहने से बच रहे हैं. भावुक मुसर्रत कहती है कि पुलिस केस होने के बावजूद सभी दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ रही है. घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. घर में एकमात्र कमाने वाला सदस्य जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.
ऑपरेशन के बाद स्थिति और हो रही है बदतर
वहीं नदीम के भाई टीपू ने कहा कि जब उसे गोली लगी थी, उस वक्त नदीम सब से बातचीत कर रहा था. ऑपरेशन के लिए ले जाने के दौरान वह खुद से अपनी अंगूठी खोलकर मुझे दिया. लेकिन ऑपरेशन के बाद उसकी स्थिति बदतर होती जा रही है.
परिजनों को नदीम की स्थिति की दी जा रही है जानकारी- डॉ कृष्ण मुरारी
वहीं नदीम के परिजनों के द्वारा इलाज में लापरवाही का आरोप लगाए जाने के मामले पर रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ कृष्ण मुरारी ने कहा कि समय-समय पर नदीम की स्थिति के विषय में परिजनों को जानकारी दी जा रही है. जहां तक बाहर से दवाई लाने की बात है, तो अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं होने पर बाहर से ही दवा लानी पड़ती है. हमारी प्राथमिकता मरीज की जान बचाने की होती है.
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