Ranchi: केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज समापन हुआ. संगोष्ठी का विषय था “क्लीन एनवायरमेंट इनविजनड टुवर्ड्स विकसित भारत”. इस आयोजन में पर्यावरणीय समस्याओं और उनके समाधान पर गहन विचार-विमर्श किया गया. समापन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. अरविंद चंद्र पांडेय, पूर्व संकायप्रमुख, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संकाय, ने इस सेमिनार को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया.
उन्होंने कहा कि दो दिनों की चर्चा से कई विज्ञान-आधारित समाधान उभरकर सामने आए, जो वैज्ञानिकों, नीति-निर्माताओं और आम जनता के लिए उपयोगी होंगे. विशिष्ट अतिथि प्रो. रतन कुमार डे (डायरेक्टर-आईक्यूएसी) ने सीयूजे के पर्यावरण विज्ञान विभाग के कार्यों की सराहना की. समापन सत्र की अध्यक्षता प्रो. मनोज कुमार, संकायाध्यक्ष, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संकाय ने की. उन्होंने विभाग की गतिविधियों और सफल प्रयोगों की जानकारी दी.
प्रतिष्ठित संस्थानों से विद्वानों की भागीदारी
संगोष्ठी संयोजक एवं पर्यावरण विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. भास्कर सिंह ने सेमिनार की रिपोर्ट प्रस्तुत की. बताया कि पिछले दो दिनों में कुल 50 शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए. इस संगोष्ठी में सीएसआईआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च, आईसीएफआरई – इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट प्रोडक्टिविटी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी, बीआईटी मेसरा, इग्नू, केंद्रीय विश्वविद्यालय दक्षिण बिहार और रांची विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञ और शोधार्थी शामिल हुए.
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