Ranchi : रांची विश्वविद्यालय में बुधवार को कुलपति डॉक्टर कामिनी कुमार की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई. बैठक में वर्ष 2021-2022 के पूर्ण बजट पर चर्चा हुई और सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया. कोरोना और लॉकडाउन के कारण वित्त समिति की बैठक लंबे समय से टल रही थी. जबकि राज्य सरकार के निर्धारित समय अवधि के अंदर ही एडहॉक बजट रांची विश्वविद्यालय सरकार को दे चुका है. वर्ष 2021-22 के लिए रांची विश्वविद्यालय का कुल बजट का आकार 1084.65 करोड़ का है, जिसमें गैर योजना मद में 406.47 करोड़, योजना मद में 413.39 करोड़ और अनावर्तक व्यय के अंतर्गत 264.79 करोड़ की राशि है. बैठक में कुलसचिव डॉक्टर मुकुंद चंद मेहता, वित्त पदाधिकारी डॉक्टर आदित्य नाथ शाहदेव, कॉमर्स डीन डॉ जी पी त्रिवेदी, गणित विभागाध्यक्ष डॉ सीएसपी लुगुन, प्राचार्य डॉ मनोज कुमार और अन्य उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें – चाईबासा के टोंटो में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़, अपनी ही गोली से घायल हुआ जवान
डॉ सुदेश कुमार साहू को मिली नयी जिम्मेवारी
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुदेश कुमार साहू अब आरयू के कॉमर्स विभाग के नये विभागाध्यक्ष होंगे. वर्तमान में वे एसएस मेमोरियल महाविद्यालय में पदस्थापित हैं. वरीयता के कारण उनका चुनाव किया गया है और उन्हें यह नयी जिम्मेवारी दी गई है. इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है.
इसे भी पढ़ें – कोविशिल्ड वैक्सीन लेने के नियम में परिवर्तन, अब 28 दिन में ही ले सकेंगे दूसरी डोज
आरयू में अब जादोपटिया और पाटकर जैसी दुर्लभ चित्रकला शैलियों की भी होगी पढ़ाई
रांची विश्वविद्यालय की ओर से लुप्त हो रही जादोपटिया और पाटकर चित्रकलाओं की पढ़ाई की तैयारी हो रही है. चित्रकला की दोनों शैलियों को फाइन आर्ट्स के सिलेबस में शामिल कर इसे आगे बढ़ाया जाएगा. इसका उद्देश्य वर्तमान और आने वाली पीढ़ी को भी इस कला की जानकारी देनी है. डिपार्टमेंट ऑफ परफॉर्मिंग एंड फाइन आर्ट्स की तैयारी में जुट गया है. इन दोनों चित्रकला को कॉमन पेपर के रूप में शामिल किया जाएगा. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभाग की समन्वयक डॉ स्मृति सिंह की देखरेख में ऑनलाइन कला प्रदर्शनी लगाई गई थी. वही इसकी जानकारी देते हुए रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि जादोपटिया और पाटकर चित्रकला लुप्त होती जा रही है, जिसको देखते हुए या फाइन आर्ट्स के सिलेबस में शामिल कर इसे आगे बढ़ाया जा रहा है.